हमने यह ठाना है, पोषण को अपनाना हैं

मांडल । पोषण माह अंर्तगत मांडल के आंगन बाड़ी केंद्र संख्या प्रथम पर आज महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में पोषण दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर यूनिसेफ तथा एस.एस.एस आर. के सहयोग से संचालित जीरो डोज परियोजना का परिचय भारती पारेता ब्लॉक समनव्यक द्वारा सभी महिलाओं को दिया गया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उषा शर्मा द्वारा केंद्र पर रंगोली तथा तिरंगा आहार आधारित खाद्य वस्तुओं का प्रदर्शन किया गया तथा फल, सब्जी, दाल तथा मोटे अनाज के उपयोग के बारे में उपस्थित महिलाओं से चर्चा की गई।
इमदाद खान जिला समन्वयक जीरो डोज परियोजना ने रंगीन थाली के लाभ तथा सीजन के अनुसार अधिक से अधिक हरे पत्तेदार सब्जियो तथा अनार, गाजर, चकुंदर के सेवन से खून की कमी दूर होती है तथा खट्टे फलों के उपयोग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है । इसके अतिरिक्त अन्य विटामिन प्रचुर मात्रा में मिलते है।
महिलाओ और किशोरियों से चर्चा करते हुए उनको बताया कि मोटा अनाज तथा दाल का उपयोग करने से शरीर को प्रोटीन मिलता है। इसके अतिरिक्त नियमित दूध सेवन से हड्डियों को मजबूती मिलती है। उन्होंने आह्वान किया कि अब हमने ठाना है , पोषण को अपनाना है।
श्यामा तिवारी, आशा द्वारा एनिमिया के बारे मे बताया गया कि महिलाओं में रक्ताल्पता की वजह से थकान, कमजोरी, सांस भरना और घबराहट जैसे लक्षण दिखते है ।
इस अवसर पर नियुक्त सहायिका मधु भट्ट, ने गर्भवती महिलाओं तथा किशोरी बालिकाओ तथा उपस्थित सभी जन के लिए बैठक व्यवस्था तथा सहयोग प्रदान किया ।कार्यक्रम में 10 महिलाए तथा 3 किशोरियों ने भाग लिया ।


