नौतपा खत्म, लेकिन गर्मी का सितम जारी: लोग बेहाल!

भीलवाड़ा (मदनलाल वैष्णव)। नौतपा तो खत्म हो गया, लेकिन गर्मी है कि पीछा ही नहीं छोड़ रही। सूरज देवता तो जैसे रूठ ही गए हैं, और अपनी पूरी ताकत से धरती को तपा रहे हैं। लोगों का जीना मुहाल हो गया है, और हर कोई बस यही कह रहा है, "कब मिलेगी इस गर्मी से राहत?"
सूर्य की तेज तपिश ने मानो जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। दोपहर में सड़कें इतनी गर्म हो जाती हैं कि उन पर नंगे पैर चलना तो दूर, जूते भी पिघलने लगें! लोग गर्मी से बचने के लिए हर तरह के उपाय कर रहे हैं, लेकिन ये गर्मी है कि मानने को तैयार ही नहीं।
गर्मी से राहत पाने के लिए लोग घरों में पंखे और कूलर चला रहे हैं, लेकिन उनसे भी कुछ खास फायदा नहीं हो रहा। ऐसा लग रहा है जैसे गर्म हवा ही घूम रही है। ऐसे में लोग ठंडी चीजें खा-पीकर राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं। गन्ने का रस, लस्सी और आइसक्रीम की दुकानों पर खूब भीड़ लग रही है।
गर्मी का असर सिर्फ इंसानों पर ही नहीं, बल्कि बेजुबान पशु-पक्षियों पर भी पड़ रहा है। वे भी छाँव की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं। कई जगह तो पानी की कमी के कारण पक्षी बेहाल हो रहे हैं।
तेज धूप और गर्मी के कारण लोग लू, डिहाइड्रेशन और अन्य गर्मी से संबंधित बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए और धूप में कम निकलना चाहिए।
मौसम विभाग का कहना है कि अभी कुछ दिनों तक गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में लोगों को खुद ही अपना ध्यान रखना होगा और गर्मी से बचने के लिए हर संभव उपाय करने होंगे।