कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं के बीच चले तलवार और डंडे
गंगरार कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं के बीच चली तलवार और डंडे दोनों अधिवक्ता गंभीर घायल दोनों वकीलों ने जानलेवा हमले का आरोप दोनों वकीलों को चित्तौड़ किया रेफर, लोग अपने छोटे-बड़े समस्त विवादों को सुलझाने के लिए वकीलों के माध्यम से कोर्ट में इस आस्था से जाते हैं कि उन्हें वकीलों के माध्यम से न्याय मिलेगा और उन्हें न्याय मिलता भी है। लेकिन न्याय के इस मंदिर में अधिवक्ताओं द्वारा आपस में लड़ना झगड़ना वह भी लाठियां में तलवारों से जब ऐसा दृश्य न्याय की आस लगाए लोगों के सामने होता है तो उन लोगों के मन में इस न्यायालय के मंदिर को लेकर कैसे-कैसे विचार उत्पन्न होते होंगे इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। जी हां ऐसा ही एक नज़ारा गुरुवार प्रात स्थानीय सिविल न्यायालय में देखने को मिला ।जहां बार एसोसिएशन अध्यक्ष के वर्चस्व की लड़ाई तूं तूं में में से गाली-गलौज व तलवारबाजी तक पहुंच गई। दोनों ही अधिवक्ताओं को अन्य वकीलों व पुलिस ने गंभीर घायल अवस्था में गंगरार चिकित्सालय में पहुंचाया ।जहां उपचार के बाद रेफर कर दिया गया। थाना प्रभारी दुर्गा प्रसाद दाधीच ने बताया कि जोरावर सिंह पिता भंवर सिंह राजपूत 36 वर्ष निवासी भाटखेड़ा थाना गंगरार ने थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि मैं हमेशा की तरह गुरुवार प्रातः 11:00 बजे न्यायालय परिसर में गया था।। जहां अधिवक्ता कमलेश कुमार शर्मा पिता मधुसूदन शर्मा लठ लेकरआया व उसका छोटा भाई हाथों में तलवार लेकर आया इजलास में हमला करने से मेरे सिर में तलवार की चोट आई। तथा हाथ पर डंडे से हमला किया जिससे मैं वहीं बेहोश होकर गिर गया। मुझे अस्पताल पहुंचाया गया ।कमलेश कुमार शर्मा के खिलाफ धारा 109 ,115 में मुकदमा दर्ज किया गया ।जबकि कमलेश कुमार शर्मा पिता मधुसूदन शर्मा निवासी गंगरार ने रिपोर्ट देकर बताया कि गुरुवार प्रात एडवोकेट होने के नाते में करीब 10:00 बजे कोर्ट में गंगरार में पेरवी करने हेतु गया था। मेरे व जोरावर सिंह पिता भवर सिंह जो हाल एडवोकेट न्यायालय गंगरार में है जिससे अभिभाषक संस्थान गंगरार को लेकर दोनों में विवाद चल रहा है। इसी कारण बुधवार को मोबाइल पर मुझे जान से मारने की धमकी दी थी। मैं गुरुवार को इजलास में पैरवी कर न्यायालय इजलास से बाहर बरामदे में निकला था कि जोरावर सिंह अपने हाथ में नंगी धार तलवार लेकर मुझे जान से मारने की नीयत से सिर पर वार किया। जिससे मैं हाथ ऊपर करने से बाएं हाथ की उंगलिया कट गई। तथा बाई तरफ जांघ पर भी तलवार से वार किया जिससे मैं तलवार को पकड़ लिया जिससे हाथ की आठों उंगलियां में चोंटे आई। हल्ला होने पर मेरा भाई रानू आ गया लोगों ने बीच बचाव कर मुझे छुड़ाया। मौके पर पुलिस भी आ गई थी जिन्होंने मुझे अस्पताल पहुंचाया। कमलेश शर्मा की रिपोर्ट पर जोरावर सिंह के खिलाफ धारा 109, 115 में मुकदमादर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन दोनों अधिवक्ताओं में झगड़ा बार अध्यक्ष के वर्चस्व की होना बताया है ।यहां बार के दो अध्यक्ष हैं जिसमें कुछ वकील जोरावर सिंह को अध्यक्ष मानते हैं जबकि कुछ अशोक जागेटिया को अध्यक्ष मानते हैं । इसी बात को लेकर कई बार दोनों में तू तू में में होती रहती है।
रीडर ने भी बुधवार को थाने में दी थी शिकायत ।
सुरक्षा की मांग
गंगरार। इधर स्थानीय कोर्ट रीडर रत्नेश सेन ने भी अधिवक्ता कमलेश शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट देकर बताया कि बुधवार शाम को वकील कमलेश शर्मा ने मुझे काफी गंदी-गंदी मां बहन की गालियां देकर जान से मारने की धमकियां दी जिससे मुझे जान का खतरा है रीडर सेन ने बताया कि उक्त दोनों गुटों में करीब
करीब 1 वर्ष से वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। जिसको लेकर कई बार आपस में दोनों के बीच तू तू में में व गाली गलौज होती रहती है। दोनों ही गुटों के वकील मुझ पर एक दूसरे के गुट को ज्यादा सहयोग करने व भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते रहते हैं। बुधवार शाम को भी इसी बात को लेकर वकील कमलेश शर्मा ने गंदी-गंदी गालियां देते हुए धमकियां देते हुए कहा कि कल कोर्ट में ध्यान से आना बच के रहना तलवारे और लाठियां चलेगी। इस धमकी के तहत में बुधवार शाम को कमलेश शर्मा के खिलाफ थाने में रिपोर्ट देकर सुरक्षा की मांग की। साथ ही सबूत के तौर पर बातचीत का ऑडियो रिकॉर्डिंग भी प्रस्तुत किया है।