सरस घी हुआ महंगा :: RCDF ने फिर बढ़ाए दाम, एक माह की राहत के बाद आमजन पर फिर महंगाई का बोझ
जयपुर/भीलवाड़ा हलचल। आमजन को राहत देने के बजाय अब रसोई का बजट फिर बिगड़ने वाला है। राजस्थान कॉ-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (RCDF) ने मंगलवार को **सरस घी के दामों में 30 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी** कर दी है। यह बढ़ोतरी ऐसे समय में की गई है जब त्योहारों के बाद आम उपभोक्ता पहले से महंगाई के दबाव में है।
पिछले महीने ही केंद्र सरकार ने महंगाई से राहत देते हुए रोजमर्रा की जरूरतों वाली वस्तुओं पर **जीएसटी दरों में कमी** की थी, जिसके बाद घी, पनीर और अन्य डेयरी उत्पादों के दामों में गिरावट आई थी। उसी क्रम में RCDF ने भी सरस घी की कीमतों में **37 रुपए प्रति लीटर की कटौती** की थी। लेकिन केवल एक महीने बाद ही अब कीमतें फिर से बढ़ा दी गई हैं, जिससे उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लगा है।
अब इतनी हो गई कीमतें
RCDF द्वारा जारी नई रेट लिस्ट के अनुसार —
* **सामान्य सरस घी (1 लीटर पैक)** : पहले ₹551, अब ₹581 प्रति लीटर।
* **गाय का सरस घी (1 लीटर पैक)** : पहले ₹570, अब ₹600 प्रति लीटर।
* **15 किलो टिन पैक (सामान्य)** : पहले ₹603 प्रति किलोग्राम, अब ₹633 प्रति किलोग्राम।
* **15 किलो टिन पैक (गाय का घी)** : पहले ₹622 प्रति किलोग्राम, अब ₹652 प्रति किलोग्राम।
🔸 बढ़ोतरी के पीछे कारण
RCDF अधिकारियों के अनुसार, घी उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले दूध और बटर फैट के दामों में हाल के दिनों में तेजी आई है। पशु आहार, डीजल, बिजली और ट्रांसपोर्टेशन खर्च बढ़ने से भी उत्पादन लागत में वृद्धि हुई है। बताया गया है कि यह संशोधन बाजार के रुझान और डेयरी संघों के दबाव के बाद किया गया है।
हालांकि उपभोक्ताओं और खुदरा विक्रेताओं का कहना है कि यह निर्णय अचानक लिया गया है और आमजन पर इसका सीधा असर पड़ेगा। घरों की रसोई से लेकर मिठाई व्यवसाय तक सभी क्षेत्रों में लागत बढ़ जाएगी।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह बढ़ोतरी केवल राजस्थान तक सीमित नहीं रहेगी। अन्य राज्यों की सहकारी डेयरियां भी आने वाले दिनों में कीमतें संशोधित कर सकती हैं। इससे आने वाले महीनों में घी और डेयरी उत्पादों की महंगाई दर बढ़ने की आशंका है।
एक महीने की राहत के बाद **सरस घी फिर महंगा हो गया है।** RCDF की इस मूल्यवृद्धि ने रसोई का खर्च बढ़ा दिया है और त्योहारों के बाद उपभोक्ताओं को एक बार फिर महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है।
