लाइनमैन की मौत का मामला- शव को पोल से नहीं उतारने देने वाले 15 नामजद सहित सौ-सवा सौ लोगों पर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
भीलवाड़ा बीएचएन। उप नगर पुर थाने के दरीबा गांव में बिजली करंट से लाइनमैन की मौत के बाद हर्जाने सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर शव को पोल से नीचे नहीं उतारने देने के मामले में पुर थाना पुलिस ने 15 नामजद सहित सौ-सवा सौ लोगों के खिलाफ राजस्थान मृत शरीर का सम्मान अधिनियम 2023 के तहत केस दर्ज किया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुर थाना प्रभारी जय सूल्तान सिंह की रिपोर्ट पर यह केस दर्ज किया गया। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 19 अप्रैल को पुलिस को सूचना मिली कि दरीबा गांव में विद्युत पोल पर लाइन दुरस्त करने के लिए लाइनमैन पोल पर कार्य कर रहा था। इस दौरान करंट लगने से लाईनमैन पोल पर विधुत तारो के बीच लटक गया जिससे लाईन मैन की मौके पर ही मृत्यु हो गई । सुचना पर थाना प्रभारी सिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। जानकारी लेने पर मृतक का नाम नवरतन सोनी 40 पुत्र पुत्र गोवर्धन लाल सोनी निवासी तिलकनगर भीलवाडा हाल लाईनमैन दरीबा बताया । मौके पर कई लोग खडे थे। थाना अधिकारी व जाब्ते ने लोगो को मृतक नवरतन का शव विधुत पोल से नीचे उतारने व शव को राजकीय महात्मा गांधी चिकित्सालय मे मार्चरी रूम मे रखवाने व उक्त घटना के संबंध में रिपोर्ट देने बाबत कहा तो उक्त लोगो ने आक्रोशित होकर कहा की जब तक प्रशासन के उच्चाधिकारी मौके पर आकर मृतक के आश्रितो को मुआवजा व नौकरी के संबंध मे लिखित मे निर्णय नही करते है, तब तक हम शव को नीचे नही उतारने देंगे । ना ही पोस्टमार्टम करने देंगे । उक्त सभी लोगो ने एक दुसरे को उकसाकर अपनी अनुचित मांगो को अपने तरीके से मनवाने के लिए शव को विघुत पोल से नही उतारने पर अड गये। सभी लोग विधुत पोल को घेर कर धरना देते हुये रास्ते पर बैठे रहे । समझाइश करने पर नहीं माने। मांगों को लेकर बारी-बारी से भाषण बाजी करते रहे। इस पर उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई। एसडीएम, डीएसपी, बिजली निगम अधिकारी व पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। उच्चाधिकारियों ने धरने पर बैठे लोगों से वार्ता की परन्तु वे अपनी अनुचित मांगो को मनवाने का प्रयास करते रहे । एसडीएम, तहसीलदार ने उचित मांगो को मानते हुए धरनार्थियो से धरना समाप्त कर शव को पोल से नीचे उतारने की अपील की परन्तु धरना स्थल पर मौजूद सभी लोगो ने आक्रोशित होकर कहा कि जब तक धरनास्थल पर लिखित रूप से मांगो पर सहमती नही बनेगी तब तक हम धरना समाप्त नही करेंगे और ना ही शव को पोल से उतारने देंगे । उक्त व्यक्तियो से उच्चाधिकारियों ने कई दौर की वार्ता की जिसमे धरनार्थियो द्वारा मृतक के आश्रितो को एक करोड का मुआवजा व मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी, घटना के दोषी को शीघ्र गिरफतार करने की मांग रखी गई। उच्चाधिकारियों द्वारा मृतक के परिजनों व धरनार्थियो को सरकारी मदद व दोषियों के विरूद्ध विधि सम्मत कार्यवाही का आश्वासन दिया गया । इसके बाद रात लगभग 11बजे के आस पास ग्रामीणो, विधुत विभाग कर्मचारियो व ठेकेदार के मध्य मुआवजा राशि को लेकर आपसी सहमति बनने पर रात्रि करीब 11.15 बजे शव को नीचे उतारने दिया । सीआई सिंह की रिपोर्ट पर पुलिस ने 15 नामजद लोगों व सौ-सवा सौ अन्य लोगों के खिलाफ मृतक व्यक्ति के शव को विधुत तारो से नीचे नही उतारने देने,आम रास्ते पर जाम लगाकर आमजन को बाधा उत्पन्न करने, आचार संहिता में विधि विरूध जमाव का हिस्सा बनने व लोगो को उकसाने को लेकर धारा 143, 188 ,283 भादस व धारा 18, 20 राजस्थान मृत शरीर का सम्मान अधिनियम 2023 के तहत केस दर्ज किया है। मामले की जांच एएसआई जमना लाल कर रहे हैं।
इनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
राजू वैष्णव पुत्र जगदीश वैष्णव, बजरंग पुत्र भंवरलाल विश्नोई, लक्ष्मीलाल पुत्र बंशीलाल विश्नोई, कन्हैयालाल पुत्र सोहनलाल कुमावत, कन्हैयालाल पुत्र बरदीचन्द विश्नोई , राजकुमार पुत्र भंवरलाल विश्नोई , बंशीलाल पुत्र बोईतराम विश्नोई, हरकलाल पुत्र हीरालाल कुमावत , सत्तू पुत्र श्यामलाल विश्नोई, बबलू पुत्र देवीलाल विश्नोई ,कन्हैयालाल पुत्र रतनलाल सैन , नरेश पुत्र भंवरलाल विश्नोई , गोपाल पुत्र डालचन्द विश्नोई , नरेश पुत्र चम्पालाल कुमावत, रामलाल पुत्र मोहनलाल कुमावत निवासी दरीबा व इनके साथ करीब 100-125 अन्य व्यक्ति।