देश के एक और दुश्मन की गोलियों से भून कर हत्या
भारत में आतंकी हमलों से मचाने वाले दुश्मनों का एक-एक कर खात्मा हो रहा है। इसी क्रम में भारत का एक और दुश्मन मारा गया है, जिसने साल 2015 में भारत के पंजाब में हुए गुरुदासपुर आतंकी हमले की साजिश रची थी। इसका नाम अली रज़ा है। ये ISI का अधिकारी था और वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट यानी CDT में तैनात था। बीते रविवार को कराची में उसकी गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई।रज़ा भारत में 27 जुलाई 2015 को पंजाब के गुरदासपुर में हुए आतंकवादी हमले में शामिल था, इस हमले की साजिशकर्ताओं में उसकी अहम भूमिका थी। इसी हमले में चार सुरक्षाकर्मियों सहित 7 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था।
कैसे हुआ था हमला?
बता दें कि 27 जुलाई 2015 को सेना की वर्दी पहने तीन हथियारबंद आतंकवादियों ने पंजाब के गुरदासपुर के दीनानगर में घातक हमला किया था। आतंकियों ने सबसे पहले कार को हाईजैक कर लिया और उसमें सवार कमलजीत सिंह को गोली मार दी। इसके बाद उन्होंने दीनानगर बस स्टैंड के आसपास गोलीबारी की और बामियाल से आ रही पंजाब रोडवेज की एक बस को निशाना बनाया। इसके बाद उन्होंने एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया जहां गार्ड और ड्यूटी पर तैनात हवलदार की हत्या कर दी थी। साथ ही SHO मुख्तियार सिंह भी घायल हो गए।
आतंकी यहीं नहीं रुके उन्होंने पास के अस्पताल में घुसकर हमला किया और 3 मरीजों को गोली मार दी इसके बाद वो पुलिस स्टेशन के पीछे पंजाब होम गार्ड कार्यालय में गए जहां अंधाधुंध गोलीबारी कर तीन होम गार्ड अधिकारियों की हत्या कर दी। इस आतंकी हमले में पुलिस अधीक्षक बलजीत सिंह ऑपरेशन में शहीद हो गए थे।
हमलावर की पहचान नहीं
बता दें कि अली रज़ा की हत्या करने वाले की अभी पहचान नहीं हो पाई है। हमलावर अभी भी फरार है। पाकिस्तानी अधिकारी इसकी तलाश कर रहे हैं।