कांस्टेबल की नौकरी की दौड़ में अब तक सात युवाओं की मौत, डेढ़ सौ से ज्यादा बेहोश

By :  prem kumar
Update: 2024-08-31 15:08 GMT

झारखंड में कांस्टेबल की नौकरी के लिए कराई जा रही दौड़ में युवाओं की सांसें टूट रही हैं। राज्य में एक्साइज डिपार्टमेंट में कांस्टेबल नियुक्ति के लिए अलग-अलग जिले में बीते आठ दिनों से दौड़ प्रतियोगिता कराई जा रही है। इसमें अब तक सात अभ्यर्थियों की मौत हो गई है, जबकि करीब 200 अभ्यर्थी बेहोश हुए हैं। युवकों की मौत और बेहोश होने की हर रोज आ रही घटनाओं को लेकर अब नियुक्ति प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। 

पलामू में तीन दिनों के भीतर चार युवकों की मौत

पलामू में तीन दिनों के भीतर चार युवकों की मौत हुई है। मृतकों में बिहार के गया निवासी अमरेश कुमार, रांची के ओरमांझी निवासी अजय महतो, पलामू के छतरपुर निवासी अरुण कुमार और गोड्डा निवासी प्रदीप कुमार शामिल हैं।हजारीबाग के पदमा स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में बहाली के लिए चल रही दौड़ में अब तक दो युवकों की मौत हुई है। इनमें गिरिडीह के देवरी निवासी सूरज वर्मा की मौत शनिवार को हजारीबाग स्थित मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हुई। डॉक्टरों ने मौत का कारण कार्डियक अटैक बताया है। सूरज के पिता प्रभु वर्मा और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। यहां एक हफ्ता पहले मांडू निवासी महेश कुमार की मौत भी दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेने के दौरान हो गई थी। 

दौड़ के दौरान हुआ बेहोश

गिरिडीह में न्यू पुलिस लाइन में दौड़ के दौरान बेहोश होने के बाद इलाज के लिए धनबाद स्थित मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराए गए गोड्डा जिला के केरवार गांव निवासी सुमित कुमार की मौत शुक्रवार को हुई। एक हफ्ता पहले पूर्वी सिंहभूम जिले के जादूगोड़ा में आयोजित दौड़ के दौरान गिरिडीह जिला स्थित केशवारी निवासी एक अभ्यर्थी पिंटू कुमार की मौत हो गई थी। पलामू, गिरिडीह, रांची, हजारीबाग, पूर्वी सिंहभूम और साहिबगंज में अब तक कम से कम दो सौ अभ्यर्थी बेहोश या बीमार हुए हैं, जिनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में कराया गया है।

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