ड्राई फ्रूट–कंबल कारोबार की आड़ में आतंकी नेटवर्क? दिल्ली धमाके की जांच बढ़ी हलचल!

Update: 2025-11-15 01:31 GMT



नई दिल्ली/। 10 नवंबर को लाल किले के सामने हुए विस्फोट के बाद जांच एजेंसियों ने अब गाजियाबाद में सक्रिय संदिग्ध नेटवर्क पर कार्रवाई तेज कर दी है। शुरुआती जांच में कुछ ऐसे व्यक्तियों का पता चला है जो व्यापार या रिश्तेदारी के सिलसिले में पाकिस्तान से संपर्क में रहते हैं और सुरक्षा एजेंसियों को इनके जरिए आतंकी मॉड्यूल की गतिविधियों को लेकर शक है।

सूत्रों के अनुसार, 12 ऐसे लोग चिह्नित किए गए हैं जो व्यापार के लिए पाकिस्तान आते-जाते हैं, जबकि 16 लोग ऐसे हैं जिनके करीबी रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। इनमें कुछ पर राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का संदेह जताया गया है।

सूखे मेवे और कंबल का कारोबार जांच के दायरे में

गाजियाबाद में जम्मू-कश्मीर से आए लोगों की संख्या काफी अधिक है, जो मुख्यतः मुस्लिम बस्तियों में रहकर सूखे मेवे और कंबल का कारोबार करते हैं।

जांच एजेंसियों का मानना है कि कुछ लोग व्यापार की आड़ में संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम दे रहे हों, हालांकि इस संबंध में अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है।

इसके अलावा, असम मूल के उन रोहिंग्याओं की भी गहन जांच शुरू कर दी गई है,

जिनके आधार कार्ड अधूरे पते पर बनाए गए हैं और जो स्थानीय बूचड़खानों में काम करते हैं। सत्यापन न होने से एजेंसियों की चिंता बढ़ी है।

गाजियाबाद में सक्रिय स्लीपर सेल पर कड़ी नजर

सूत्रों के अनुसार, हालिया घटनाओं—फरीदाबाद से लेकर दिल्ली तक—में शामिल आरोपी स्लीपर सेल का हिस्सा थे। इसी कारण गाजियाबाद और NCR के कई इलाकों में इनसे जुड़े नेटवर्क की तलाश हो रही है।

अधिकारियों के अनुसार, ऐसे सेल पहले भी यहां

युवाओं का ब्रेनवॉश

धर्मांतरण

अवैध गतिविधियों में सहयोग

जैसी गतिविधियों में संलिप्त मिल चुके हैं।

इसके चलते मिश्रित आबादी वाले इलाकों में खुफिया निगरानी और तेज कर दी गई है।

पटाखा गोदामों की जांच भी होगी शुरू

एक और महत्वपूर्ण आशंका सामने आई है—

कि पटाखों में इस्तेमाल होने वाले बारूद का उपयोग आतंकी विस्फोटक तैयार करने में किया जा सकता है।

इसी को देखते हुए जल्द ही गाजियाबाद में पटाखा गोदामों की व्यापक जांच होगी।

भारी मात्रा में पटाखे खरीदने वालों की सूची भी तैयार की जा रही है।

पहले भी रहा है आतंकी गतिविधियों का ठिकाना

गाजियाबाद का नाम पहले भी कई बड़ी आतंकी घटनाओं से जुड़ चुका है।

उनमें प्रमुख मामले शामिल हैं:

1987: आतंकी कश्मीरा सिंह द्वारा साहिबाबाद–शाहदरा क्षेत्र में सिलसिलेवार धमाके

अब्दुल करीम 'टुंडा': ट्रेन बम धमाकों में कुख्यात भूमिका

बेअंत सिंह हत्याकांड के आरोपी यहां छिपे

लश्कर-ए-तैयबा द्वारा ब्रिटिश नागरिकों का अपहरण — आरोपी गाजियाबाद में पकड़े गए

IC-814 विमान अपहरण में शामिल आतंकी यहाँ से गिरफ्तार

लाल किला हमला — आरोपियों के लाइसेंस गाजियाबाद से जारी

DSP तंजील अहमद हत्या मामला — आरोपी मुनीर गाजियाबाद के पास से गिरफ्तार

 

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