कर्नाटक में वोट चोरी मामले में पूर्व भाजपा विधायक और बेटे के खिलाफ चार्जशीट, राजनीति गरमाई
कर्नाटक में कथित वोट चोरी मामले में जांच कर रही विशेष जांच टीम ने पूर्व भाजपा विधायक सुभाष गुट्टेदार और उनके बेटे हर्षानंद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। आरोप है कि दोनों ने 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची से 5 हजार 994 नाम हटाने की कोशिश की थी। बेंगलुरु की एक अदालत में चार्जशीट दाखिल होते ही राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
एसआईटी ने अलंद से पूर्व विधायक रहे सुभाष गुट्टेदार को इस मामले में मुख्य आरोपी बनाया है। जांच एजेंसी का दावा है कि चुनाव से पहले मतदाता सूची में हेरफेर की साजिश रची गई थी, जिससे चुनावी परिणाम प्रभावित हो सकते थे। इसी आधार पर पूर्व विधायक के साथ उनके बेटे को भी आरोपी बनाया गया है।
चार्जशीट दाखिल होने के बाद सुभाष गुट्टेदार ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित हैं। सुभाष गुट्टेदार का कहना है कि मौजूदा विधायक बीआर पाटिल हर चुनाव से पहले इस तरह के आरोप लगाते रहे हैं और यह उनकी पुरानी रणनीति है।
पूर्व विधायक ने यह भी कहा कि वह कानूनी तरीके से अपना पक्ष अदालत में रखेंगे और सच्चाई सामने आएगी। इस मामले को लेकर कांग्रेस शासित कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी टकराव और तेज होने के आसार हैं।