नीमच (हलचल)।शक्ति नगर में गणपति महोत्सव का आयोजन इस बार भक्तिरस और सांस्कृतिक रंगों का अद्भुत संगम बन गया है। मंगलवार को पापटवान परिवार की ओर से भव्य सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं की भीड़ देर रात तक हनुमान भक्ति में डूबी रही।
कार्यक्रम की शुरुआत परंपरा के अनुसार गणेश वंदना के साथ हुई। इसके बाद रामायण का सबसे महत्वपूर्ण और प्रेरणादायी सुंदरकांड का पाठ शुरू हुआ। जैसे-जैसे पाठ आगे बढ़ता गया, वैसे-वैसे वातावरण में "जय श्री राम" और "बजरंगबली की जय" के जयकारे गूंजते रहे। श्रद्धालु भावविभोर होकर रामभक्ति के सुरों में शामिल होते गए और पूरा शक्ति नगर भक्ति रस में सराबोर हो उठा।
इस मौके पर चांदमल सैनी, अमित सैनी, विजय सैनी सहित शक्ति नगर के प्रबुद्ध नागरिक, महिलाएं, बच्चे और पुरुष बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने मिलकर भक्ति भाव से सुंदरकांड का श्रवण किया और भगवान राम व हनुमानजी की महिमा का गुणगान किया।
भक्तों ने बताया कि सुंदरकांड का श्रवण करने से व्यक्ति को जीवन की हर कठिनाई से मुक्ति मिलती है और मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यही कारण रहा कि मंगलवार शाम से शुरू हुआ यह पाठ देर रात 1 बजे तक लगातार चलता रहा और लोगों ने पूरे मन से भक्ति का आनंद लिया।
पाठ के दौरान महिलाएँ, बच्चे और बुजुर्ग सभी ने मिलकर सामूहिक गान किया। हर चौपाई के साथ भक्तों के चेहरे पर भक्ति और उत्साह की झलक साफ़ दिखाई दे रही थी। आयोजन स्थल पर आकर्षक सजावट की गई थी, वहीं चारों ओर दीपक और रोशनी से सजा माहौल आस्था और उल्लास का संदेश दे रहा था।
गणपति महोत्सव के दौरान इस तरह के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन न केवल समाज में एकता का भाव जगाते हैं, बल्कि नई पीढ़ी को हमारी परंपराओं से जोड़ने का काम भी करते हैं। पोपटवान परिवार के इस आयोजन ने शक्ति नगर के भक्तों को एक अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव दिया।
