3 आतंकी ढेर, एनकाउंटर में गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा इलाका!
पीलीभीत-पूरनपुर मार्ग के हरदोई ब्रांच नहर पुल से माधोटांडा जाने वाले मार्ग का शांत इलाका सोमवार तड़के गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। पूरनपुर के ज्यादातर लोगों की नींद गोलियों की आवाज से खुली। दूर तक गांवों और इस मार्ग से आवागमन कर रहे लोग सकते में आ गए। इसके बाद पुलिस वाहनों के सायरन ने बड़ी घटना की कहानी कह दी। घटना के बाद पुलिस ने पुल के पास बैरिकेडिंग कर रास्ता बंद कर दिया। बाइक से पीलीभीत की ओर जा रहे खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के तीनों आतंकियों के हरदोई ब्रांच नहर पुल से माधोटांडा जाने वाले रास्ते पर जाने की सूचना मिली तो पंजाब और पूरनपुर पुलिस ने घेराबंदी कर दी। पुल से करीब दो किलोमीटर जाने पर सूनसान स्थान पर आतंकियों को ललकारा गया तो वे हमलावर ढेर हो गए। ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
आतंकियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ की गूंज सोमवार को जिले भर में रही। पुलिस की गाड़ियों के सायरन की आवाज गूंजती रही। पूरनपुर सीएचसी से तीनों आतंकियों को रेफर किए जाने की सूचना के बाद जिला अस्पताल में सुबह से हलचल बढ़ गई थी। सुनगढ़ी और कोतवाली पुलिस के अलावा सीओ भी पहुंच गए थे। करीब नौ बजे आतंकियों को लेकर पुलिस की गाड़ी पहुंची तो हलचल और तेज हो गई।
इमरजेंसी गेट के पास सड़क पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सैकड़ों की संख्या में मरीज-तीमारदार गेट पर ही खड़े हो गए। क्या हुआ और आतंकी कहां के हैं? इस पर हर कोई चर्चा करते दिखा। खुद का इलाज भूलकर लोग घटना की जानकारी जुटाते दिखे। सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने कई बार लोगों को सड़क से हटाया। जानकारी मिलते ही सीएमओ डॉ. आलोक शर्मा भी पहुंच गए। एसपी अविनाश पांडेय ने पहुंचकर घटना के बारे में जानकारी दी। चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद आतंकियों के मृत होने की पुष्टि की। इसके बाद पुलिस की गाड़ियां दोपहर बाद तक अस्पताल और पुलिस लाइन के बीच दौड़ती रहीं।
दो पुलिस वाहनों से जिला अस्पताल लाए गए आतंकी
सीएचसी पूरनपुर से रेफर किए गए घायल आतंकियों को दो पुलिस वाहनों से जिला अस्पताल लाया गया। सुबह 8:55 बजे पहुंचे पहले पुलिस वाहन के पीछे की सीटों पर दो आतंकियों को लाया गया। करीब 18 मिनट बाद दूसरा पुलिस वाहन जिला अस्पताल पहुंचा। इस वाहन में एक अन्य आतंकी को लाया गया था। इमरजेंसी में सभी की जांच के बाद मृत घोषित किया गया।
राजधानी तक रही मुठभेड़ की गूंज
सुबह लोग जगे ही थे कि जिले में बड़ी घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर दौड़ने लगी। पूरनपुर क्षेत्र में पंजाब और जिले की पुलिस से मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकियों के ढेर होने की खबर ने लोगों की नींद उड़ा दी। तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। हर कोई एक-दूसरे से घटना के बारे में जानकारी लेते दिखा। टेलीविजन पर भी लोग घटना की जानकारी लेने के लिए डटे रहे। मुठभेड़ की गूंज लखनऊ तक पहुंची और आला अधिकारियों के बयान भी जारी हुए।
खालिस्तानी संगठन का विदेशों में संपर्क
खालिस्तानी जिंदाबाद फोर्स के जो आतंकी पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुए हैं, उस संगठन के संपर्क विदेश तक में हैं। कई देशों में कनेक्शन होने की बात कही जा रही है। एडीजी रमित शर्मा ने भी विदेशी कनेक्शन का जिक्र किया, लेकिन किसी देश का नाम बताने से परहेज किया। हालांकि पंजाब पुलिस की ओर से जारी बयान में नाम भी साझा किए गए।
ये रहा घटनाक्रम
सुबह 4:30 बजे गुरदासपुर के कलानौर थाना की पुलिस ने आतंकियों के बारे में पूरनपुर पुलिस को सूचना दी।
सुबह 5:30 बजे पंजाब व पूरनपुर पुलिस की संयुक्त टीम से आतंकियों की मुठभेड़ हुई।
सुबह 6.10 बजे पुलिस घायल आतंकियों को लेकर सीएचसी पूरनपुर पहुंची।
सुबह 08 बजे के करीब घायल आतंकियों को जिला अस्पताल रेफर किया गया।
सुबह 8:55 बजे पुलिस वाहन से दो आतंकियों को जिला अस्पताल लाया गया।
सुबह 8:58 बजे चिकित्सकों ने घायल आतंकियों की जांच शुरू की।
सुबह 9:12 बजे दूसरे पुलिस वाहन से एक अन्य आतंकी को जिला अस्पताल लाया गया।
सुबह 9:13 बजे सीएमओ डॉ. आलोक शर्मा जिला अस्पताल पहुंचे।
सुबह 9:23 बजे एसपी अविनाश पांडेय जिला अस्पताल पहुंचे और तीनों के मारे जाने की पुष्टि की।
दोपहर 01 बजे एडीजी रमित शर्मा ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर घटना की जानकारी साझा की।
दो एक-47, दो विदेशी ग्लाक पिस्टल और चोरी की एक बाइक बरामद
पंजाब में गुरदासपुर जिले के कलानौर थाने की बख्शीवाल पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंकने वाले तीन खालिस्तानी आतंकी पंजाब और पीलीभीत पुलिस की संयुक्त टीम से हुई मुठभेड़ में ढेर हो गए। मुठभेड़ पूरनपुर थाना क्षेत्र में हरदोई ब्रांच नहर पुल से माधोटांडा जाने वाले मार्ग पर हुई। आतंकियों के पास से दो एक-47, दो विदेशी ग्लाक पिस्टल और चोरी की एक बाइक बरामद हुई है। मुठभेड़ में दो सिपाही भी घायल हुए। पूरनपुर थानाध्यक्ष की गाड़ी में भी तीन गोलियां लगी हैं।
सोमवार की तड़के करीब 5:30 बजे पीलीभीत-पूरनपुर मार्ग पर हरदोई ब्रांच नहर के पास से आवागमन कर रहे राहगीर गोलियों की आवाज सुनकर चौंक गए। थोड़ी देर बाद ही पुलिस की गाड़ियों के सायरन सड़क पर गूंज उठे और कई गाड़ियां सुबह 6:10 बजे पूरनपुर सीएचसी पहुंची। गाडियाें से घायल हालत में तीन अपराधियों को उतार कर अस्पताल के अंदर ले जाया गया, तब जाकर लोगों को मुठभेड़ का पता चला। हरदोई ब्रांच नहर पुल से माधोटांडा मार्ग पर करीब तीन किलोमीटर दूर खेतों में हुई इस मुठभेड़ में पंजाब के गुरदासपुर जिले के रहने वाले तीन खालिस्तानी आतंकी घायल हुए। घायल आतंकियों ने पुलिस टीम पर कई राउंड फायर किए। इसमें माधोटांडा थाने का सिपाही सुमित राठी और शाहनवाज घायल हो गए। आरक्षियों को भी सीएचसी लाया गया।
पूरनपुर क्षेत्र में खमरिया पट्टी के पास पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा दी गई तीन संदिग्धों के बाइक से जाने की सूचना पर पंजाब पुलिस और पूरनपुर टीम ने अपराधियों की घेराबंदी की। निर्माणाधीन पुल से तीनों माधोटांडा मार्ग पर मुड़ गए। सुबह करीब 5:30 बजे हरदोई ब्रांच नहर से माधोटांडा मार्ग पर ललकारने पर तीनों ने फायरिंग शुरू कर दी। कई राउंड फायर किए। जवाबी कार्रवाई में तीनों घायल हो गए। इलाज के लिए तीनों को पहले सीएचसी पूरनपूर और बाद में जिला अस्पताल लाया गया। जहां इनकी मौत हो गई। कुख्यात अपराधी कहां रुके थे, कब आए थे आदि बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से जुड़े थे तीनों
पंजाब पुलिस के अनुसार, तीनों आतंकी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) से जुड़े हुए थे। सरगना अगवां का ही रहने वाला वरिंदर था। पंजाब के डीआईजी सतिंदर सिंह ने बताया कि ग्रेनेड हमले के बाद
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया, 18 दिसंबर को बख्शीवाल पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला हुआ था। खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने सोशल मीडिया के जरिये हमले की जिम्मेदारी ली थी। मुठभेड़ पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ बड़ी सफलता है। पंजाब के जिलों में इस महीने तीन धमाके हुए हैं। शुरुआती जांच के मुताबिक, मॉड्यूल का नियंत्रण केजेडएफ के मुखिया रंजीत सिंह नीता के हाथ में था। इसका संचालन ग्रीस में रह रहा जसविंदर सिंह मन्नू कर रहा था, जो खुद भी कलानौर के अगवां गांव का रहने वाला है।
ब्रिटिश सेना में है मास्टरमाइंड जगजीत
डीजीपी यादव ने बताया कि ब्रिटेन में मौजूद जगजीत सिंह इस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड था। जगजीत ही ग्रेनेड हमलों की जिम्मेदारी लेने के लिए फतहसिंह बागी के नाम से सोशल मीडिया पर संदेश पोस्ट करता है। खास बात यह है कि जगजीत ब्रिटिश सेना में काम कर रहा है। यादव ने कहा, मॉड्यूल के अन्य आतंकियों और संपर्कों की जांच की जा रही है। भविष्य में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।