चन्द्र, त्रिपुंड और रुद्राक्ष की धारण की माला, भांग और भस्म रमाकर सजे बाबा महाकाल

Update: 2024-07-01 18:05 GMT

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आषाढ़ कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि पर सोमवार तड़के भस्म आरती के दौरान सुबह चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पण्डे पुजारी ने गर्भगृह मे स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत और फलों के रस से किया।

भस्मारती मे आज ....भांग का श्रंगार कर चन्द्र, त्रिपुंड और रुद्राक्ष की माला पहनकर सजे बाबा महाकइसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट व मुंडमाला धारण करवाई गई। आज के शृंगार की विशेष बात ये रही कि आज आषाढ़ कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि व सोमवर के संयोग पर भस्मआरती में बाबा महाकाल का भांग से शृंगार किया गया।

भस्मारती मे आज ....भांग का श्रंगार कर चन्द्र, त्रिपुंड और रुद्राक्ष की माला पहनकर सजे बाबा महाक

शृंगार के दौरान मस्तक पर त्रिपुंड, चन्द्र धारण करवाकर रुद्राक्ष की माला से बाबा महाकाल को सजाया गया। जिसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई।

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