दशहरे पर नए रूट से निकली बाबा महाकाल की सवारी, भक्त हुए निहाल; चारों ओर गूंजा जय श्री महाकाल

By :  vijay
Update: 2024-10-12 16:35 GMT

कालो के काल बाबा महाकाल वैसे तो वर्ष में कई बार अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए पुराने शहर में नगर भ्रमण पर निकलते हैं, लेकिन आज विजयदशमी (दशहरे) पर बाबा महाकाल की सवारी वर्ष में एक बार नए शहर में भी आई।

 जहां बाबा महाकाल के भक्त नए शहर में भी भगवान का ऐसा भव्य स्वागत अभिनंदन किया कि इस दौरान चारों ओर जय श्री महाकाल की गूंज गुंजायमान हो गई। इस बार की सवारी की विशेषता यह थी कि वैसे तो वर्षों से यह सवारी अपने परंपरागत मार्ग से होते हुए प्रत्येक वर्ष दशहरा मैदान पहुंचती है।

जहां शमी के वृक्ष के पूजन अर्चन करने के बाद सवारी पुनः मंदिर की ओर लौट जाती है, लेकिन इस वर्ष सवारी के मार्ग में एक बड़ा बदलाव किया गया था। इस वर्ष लौटती सवारी देवास गेट बस स्टैंड तक तो पहुंची, लेकिन बस स्टैंड के बाद इसका रूट मालीपुरा न ही बल्कि इंदौरगेट, बेगमपुरा होते हुए महाकाल मंदिर था।

अश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी पर प्रत्येक वर्ष दशहरे पर भगवान श्री महाकाल की सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से शाम 4 बजे सभा मंडप में पूजन अर्चन के बाद नगर भ्रमण के लिए निकली। यह सवारी प्रत्येक वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी धूमधाम से निकली जो की प्रमुख मार्गों से होती हुई दशहरा मैदान पहुंची और दशहरा मैदान से फिर विभिन्न मार्गों से होती हुई बाबा महाकाल के दरबार पहुंची, लेकिन इस वर्ष सवारी के मार्ग में कुछ बदलाव किया गया था।

इस बदलाव के बारे में बताया जाता है कि यह सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से प्रारंभ होकर गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मन्दिर, सराफा, सतीगेट, नई सड़क, दौलतगंज, मालीपुरा, देवासगेट, चामुण्डा चौराहा से टॉवर के रास्ते शहीदपार्क, घास मंडी चौराहा, माधव नगर हॉस्पिटल, पुलिस कंट्रोल रूम, एल.आई.सी. ऑफिस, लीनन/रेमण्ड शो रूम के समीप वाली गली से दशहरा मैदान पहुंची।

dजहां दशहरा मैदान पर शमी के वृक्ष का पूजन अर्चन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के द्वारा किया गया। इसके बाद सवारी वापसी में दशहरा मैदान से श्रीगंगा होटल के समीप वाले मार्ग से देवास रोड के रास्ते, तीन बत्ती चौराहा, से माधव क्लब रोड होते हुए धन्नालाल की चाल से लोकनिर्माण विभाग कार्यालय के सम्मुख से फ्रीगंज ओवर ब्रिज के रास्ते संख्याराजे धर्मशाला, देवासगेट, मालीपुरा, दौलतगंज चौराहा, इंदौर गेट, गदापुलिया, हरिफाटक ब्रिज, बेगमबाग से कोट मोहल्ला चौराहे के रास्ते पुनः श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुंची।

सवारी का विभिन्न संगठनों ने किया स्वागत

नए शहर में बाबा महाकाल की सवारी के आगमन पर सामाजिक संगठन व व्यापारियों के साथ ही बड़ी संख्या में भक्तों ने बाबा महाकाल की सवारी का भव्य से भव्य स्वागत किया। आज शाम को बाबा महाकाल की सवारी जैसे ही नए शहर में पहुंची। वैसे ही यहां लगभग 200 से 300 मंचों से बाबा महाकाल की सवारी का स्वागत कर और प्रसादी का वितरण भी किया गया।

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