भस्म आरती में खुली आज बाबा महाकाल की तीसरी आंख, श्रद्धालुओं के लिए दान में आई पांच नई ई कार्ट

By :  vijay
Update: 2024-12-19 05:41 GMT

श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार सुबह हुई भस्मारती के दौरान बाबा महाकाल का पूजन सामग्री से त्रिपुंड, चंद्र और त्रिनेत्र लगाकर आकर्षक शृंगार किया गया। इस दौरान बाबा महाकाल एक अलग ही स्वरूप में शृंगारित हुए। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित अभिषेक शर्मा (बाला गुरु) ने बताया कि पौष माह कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि गुरुवार पर बाबा महाकाल सुबह 4 बजे जागे। भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद सबसे पहले भगवान को गर्म जल से स्नान, पंचामृत अभिषेक करवाने के साथ ही केसर युक्त जल अर्पित किया गया। आज बाबा महाकाल त्रिनेत्र स्वरूप में शृंगारित हुए। पूजन अर्चन के बाद बाबा महाकाल को भस्म रमाई गई। भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का ऐसा शृंगार देख सभी अभिभूत हो गए। बाबा महाकाल के इस आलौकिक स्वरूप को सभी ने निहारा। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े द्वारा बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई। श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती के दर्शन किए और भस्म आरती की व्यवस्था से लाभान्वित हुए। श्रद्धालुओं ने इस दौरान बाबा महाकाल के निराकार से साकार होने के स्वरूप का दर्शन कर जय श्री महाकाल का उद्घोष भी किया।

 श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को 5 ई-कार्ट दान में प्राप्त

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ओर से 5 ई-कार्ट भेट की गई। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की एमडी एवं सीईओ ए. मनीमैखलई प्रातः श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर श्री महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए पांच नग ई-भेंट की गई। इस दौरान आंचलिक महाप्रबंधक भोपाल बीपी दास, क्षेत्रीय प्रबंधक इंदौर अजीत कुमार लालवानी आदि उपस्थित थे। मंदिर प्रबंध समिति की ओर से सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल समिति सदस्य राम पुजारी ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ए. मनी मैंखलई का धन्यवाद ज्ञापित कर सम्मान किया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन एवं श्री महाकाल महालोक के भ्रमण हेतु पधारने वाले वरिष्ठ नागरिक/दिव्यांगजनो के लिए नीलकण्ठ पथ, त्रिवेणी संग्रहालय, नंदी द्वार से श्री महाकालेश्वर में प्रवेश हेतु निर्धारित द्वार तक आवागमन करने के लिए प्रतीक्षालय स्थापित कराए जाकर, प्रतीक्षालय से सतत् ई-कार्ट चलाई जाती है।

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