शहर के पिपलीनाका स्थित अतिप्राचीन बाबा गुमानदेव हनुमान मंदिर पर ज्येष्ठ मास के सबसे बड़े मंगलवार पर भगवान का मोगरे से आकर्षक श्रृंगार किया गया और 11 किस्म के आम का भी भगवान को भोग लगाया गय। इस विशेष दर्शनों का लाभ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने लिया।
बाबा गुमानदेव गढ़ी के गादीपति पं. चंदन श्याम नारायण व्यास ने बताया कि अतिप्राचीन इस मंदिर में न केवल बाबा गुमानदेव हनुमान सरकार का विशेष श्रृंगार हुआ, बल्कि मंदिर में विराजमान अष्ट चिरंजीवी भगवान विभीषण, परशुराम, वेदव्यास, अश्वत्थामा, बाली, मारकंडेय जी के मंदिरों को भी विशेष तौर पर सजाया गया।
पंडित व्यास ने बताया कि यह विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां पर जन्मदिवस के दिन अष्टधातु से निर्मित अष्ट चिरंजीवी भगवान का पूजन और दर्शन करने मात्र से हमें आरोग्य की प्राप्ति होती है और चिरंजीविता प्राप्त होती है। मंदिर की मोगरे से आकर्षक रूप से सजावट करने के बाद बाबा गुमानदेव को 11 किस्म के हाफुस, बादाम, लंगड़ा, तोतापरी, लालपट्टा, दशहरी आदि आमों का भोग भी लगाया गया।
पंडित व्यास ने बताया कि लगभग 25 वर्षों से मंदिर में जयेष्ठ मास में बाबा गुमानदेव का इसी प्रकार मोगरे से श्रृंगार किया जाता है, जिसकी शुरुआत उनके पिताजी प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित श्याम नारायण व्यास के द्वारा की गई थी। आज वह उन्हीं के पदचिन्हों पर आगे की ओर बढ़ रहे हैं।