एमवीए में सीएम चेहरे की अटकलों पर कांग्रेस का जवाब, कहा- यह कौन बनेगा मुख्यमंत्री प्रतियोगिता नहीं
महाराष्ट्र चुनाव के दौरान महाविकास अघाड़ी में चल रही सीएम चेहरे की अटकलों को लेकर कांग्रेस की ओर जवाब आया है। कांग्रेस ने कहा कि यह कौन बनेगा मुख्यमंत्री प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि महाविकास अघाड़ी की सरकार बनाने की लड़ाई है। चुनाव के नतीजे आने के बाद गठबंधन मिलकर सीएम पद को लेकर फैसला करेगा।
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि हमें महाराष्ट्र और झारखंड में पूर्ण जनादेश मिलने का भरोसा है, लेकिन हरियाणा जैसी अंतिम समय की शरारतों से बचने के लिए हम भाजपा और प्रशासन को लेकर अधिक सतर्क हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में परिणाम अप्रत्याशित थे, लेकिन महाराष्ट्र और झारखंड में हमारा गठबंधन काफी मजबूत है। हमें खुद पर पूरा विश्वास है, लेकिन हम अतिरिक्त सतर्क भी हैं। हम नहीं चाहते कि हरियाणा जैसी स्थिति दोबारा हों।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि झारखंड में हमारा एजेंडा सकारात्मक है। यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस सरकार ने पूरे पांच साल तक शासन किया है। महाराष्ट्र में भी एमवीए की सरकार बनी, लेकिन भाजपा ने इसे गिरा दिया और तीन साल तक महायुति सरकार ने शासन किया। जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि महायुति सरकार ने महाराष्ट्र के लोगों के साथ धोखा किया है। इसलिए हम पूरे विश्वास में हैं, लेकिन सतर्क हैं।
बहुमत हासिल करने की लड़ाई
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि हम कौन बनेगा मुख्यमंत्री के लिए नहीं लड़ रहे हैं। हम सरकार बनाने के लिए लड़ रहे हैं। हम महाविकास अघाड़ी के लिए बहुमत चाहते हैं। चुनाव के बाद सुचारू तरीके से मुख्यमंत्री के चेहरे का चयन किया जाएगा।
असम के सीएम कर रहे सांप्रदायिक बयानबाजी
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि भाजपा झारखंड और महाराष्ट्र में ध्रुवीकरण का सहारा ले रही है। असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा लगातार सांप्रदायिक बयानबाजी कर रहे हैं। हमने उनकी शिकायत चुनाव आयोग से की है। उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे के वादे पूरे करने वाले बयान को लेकर भी चर्चा की। इसके अलावा यूपी उपचुनाव न लड़ने पर जयराम रमेश ने कहा कि हम यूपी को छोड़ नहीं रहे हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव में यहां इंडिया गठबंधन ने बेहतर प्रदर्शन किया। इसलिए हमने यहां उपचुनाव न लड़ने का फैसला किया।
ओडिशा के राज्यपाल पर कार्रवाई करने की मांग
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हरियाणा चुनाव को लेकर हमारी ओर से की गई शिकायतों का जिस लहजे में चुनाव आयोग ने जवाब दिया है वह हमें जवाब देने पर मजबूर कर रहा है। उन्होंने असम के सीएम सरमा के खिलाफ सांप्रदायिक भाषण देने और ओडिशा के राज्यपाल रघुबरदास के जमशेदपुर में चुनाव प्रचार करने पर चुनाव आयोग से शिकायत की। साथ ही कार्रवाई करने की मांग की।