नितिन गडकरी का बड़ा आरोप, 'अगर कांग्रेस ने ग्रामीण भारत को प्राथमिकता दी होती तो गरीबी कम होती'
महाराष्ट्र के चुनावी रण में मोर्चा संभालते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कहा, अगर कांग्रेस ने ग्रामीण भारत को प्राथमिकता दी होती तो किसान आत्महत्या नहीं कर रहे होते और गांवों में गरीबी कम होती।
वर्धा में केंद्रीय मंत्री ने की चुनावी जनसभा
वर्धा जिले के अरवी में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा न तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी है और न ही उनकी, बल्कि यह उन कार्यकर्ताओं की पार्टी है जिन्होंने अपना जीवन इसके लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा में पार्टी कार्यकर्ताओं के योगदान की भी सराहना की। इस दौरान नागपुर सांसद और केंद्रीय मंत्री ने पार्टी कार्यकर्ता के रूप में अपने दिनों को याद किया, जब वह राज्य के विदर्भ क्षेत्र में पड़ोसी वर्धा जिले में स्कूटर पर सबसे पीछे और तीसरी सीट पर बैठकर जाते थे। यह क्षेत्र महाराष्ट्र के 288 विधायकों में से 62 का चुनाव करता है।
कांग्रेस ने ग्रामीण इलाकों को नहीं दी प्राथमिकता- गडकरी
जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, भारत के 75 साल के इतिहास में कांग्रेस ने कभी भी देश के ग्रामीण इलाकों के विकास को प्राथमिकता नहीं दी। गांवों में सड़कें नहीं थीं और पीने का पानी नहीं था। कांग्रेस ने कभी भी ग्रामीण भारत के विकास के बारे में गंभीरता से नहीं सोचा। उन्होंने कहा, अगर ग्रामीण भारत को प्राथमिकता मिलती तो किसान आत्महत्या नहीं करते, गांवों में गरीबी नहीं होती।
हमें अपने काम की बदौलत आगे बढ़ना है- गडकरी
वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी ने आगे कहा कि वह किसी भी तरह के आरक्षण का विरोध नहीं करते, लेकिन राजनीति के लिए कभी भी धर्म और जाति का इस्तेमाल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े हैं, उन्हें आर्थिक और शैक्षणिक रूप से सक्षम बनने के लिए आरक्षण मिलना चाहिए, लेकिन जातियों की ढाल को आगे रखकर नहीं। उन्होंने कहा, हमें अपने काम की बदौलत आगे बढ़ना है।