मंत्री शिवराज ने इस्राइल के मंत्री को दिखाई रंगीन शिमला मिर्च

By :  vijay
Update: 2025-04-08 15:20 GMT
मंत्री शिवराज ने इस्राइल के मंत्री को दिखाई रंगीन शिमला मिर्च
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केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान और इस्राइल के कृषि एवं खाद्य सुरक्षा मंत्री अवि दिख्तर ने मंगलवार को राजधानी दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के अंतर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के कृषि परिसर का दौरा किया।

इस दौरान केंद्रीय कृषि सचिव और आईसीएआर के प्रभारी महानिदेशक देवेश चतुर्वेदी ने दोनों मंत्रियों और अन्य प्रतिनिधियों को, 31 दिसंबर 1996 को इस्राइल के राष्ट्रपति महामहिम एज़र वीज़मैन और तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री चतुरानन मिश्रा द्वारा आईसीएआर- आईएआरआई, पूसा, दिल्ली में अनुसंधान एवं विकास और प्रदर्शन फार्म पर भारत-इस्राइल परियोजना की आधारशिला रखे जाने के बारे में भी जानकारी दी।

इस दौरान दोनों मंत्रियों को संयुक्त निदेशक (अनुसंधान), आईएआरआई ने पूसा केंद्र में शुरू किए गए, कृषि में भारत-इस्राइल उत्कृष्टता के पहले केंद्र और भारत के विभिन्न हिस्सों के किसानों और अधिकारियों को प्रदर्शन और प्रशिक्षण के साथ-साथ पूरे देश में संरक्षित खेती की तकनीकों को लोकप्रिय बनाने में इसके व्यापक योगदान के बारे में जानकारी दी।

अफसरों ने मंत्रियों और प्रतिनिधियों को संयुक्त निदेशक (अनुसंधान) ने आईएआरआई के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित संरक्षित खेती की तकनीकों और किस्मों के बारे में बताया। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने एक ग्रीनहाउस का दौरा किया, जिसे वर्ष 1998 में भारत-इस्राइल विशेषज्ञता के साथ स्थापित किया गया था।

प्रतिनिधिमंडल ने ग्रीनहाउस के अंदर सब्जी फसलों रंगीन शिमला मिर्च, टमाटर और चेरी टमाटर को देखा। टमाटर की ग्रीनहाउस किस्में पूसा कॉकटेल टमाटर, पूसा चेरी टमाटर हाइब्रिड 1, पूसा रक्षित, रंगीन शिमला मिर्च सीपीसीटी-31सी-11 पीला, सीपीसीटी-एवी-151 नारंगी, सीपीसीटी-33ए-2 लाल, पूसा पार्थेनोकार्पिक खीरा, ग्रीष्मकालीन स्क्वैश पूसा अलंकार, पूसा पसंद और फूलों की किस्में गुलदाउदी ज़ेम्बला, मैरीगोल्ड पूसा पर्व, पूसा बहार और पूसा दीप को मंत्रियों के समक्ष प्रदर्शित किया गया। इस दौरान आईसीएआर- आईएआरआई एवं कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, इजराइल दूतावास के अधिकारी भी मौजूद थे।

बिम्सटेक कृषि मंत्रियों की मीटिंग 9 अप्रैल को नेपाल में होगी

बिम्सटेक के कृषि मंत्रियों की तीसरी मीटिंग 9 अप्रैल 2025 को नेपाल में आयोजित की जा रही है। इसमें भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, म्यांमार, श्रीलंका और थाईलैंड के कृषि मंत्रियों की भागीदारी होगी। इसमें शामिल होने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे।

इस महत्वपूर्ण बैठक का उद्देश्य बिम्सटेक देशों के बीच चल रहे कृषि सहयोग को और मजबूत करना है। विभिन्न सत्रों के दौरान भारत सहित अन्य सदस्य देशों के कृषि मंत्री, कृषि क्षेत्र में चल रहे सहयोगात्मक कार्यों की समीक्षा करेंगे। साथ ही, इन सदस्य देशों के क्षेत्र के करोड़ों किसानों को लाभान्वित करने के लिए नई और अभिनव तकनीकों को बढ़ावा देने तथा अपनी-अपनी सफलता की कहानियों के आदान-प्रदान के लिए आगे के दिशा-निर्देश निर्धारित करेंगे।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल की भागीदारी, भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत प्रस्तुत की गई मजबूत वैज्ञानिक उपलब्धियों और प्रमुख नीतिगत पहलों को जाहिर करेगी। इससे भारत को बिम्सटेक क्षेत्र में एक मजबूत नेतृत्व की स्थिति में रखा जाएगा और हमारे "एक्ट ईस्ट" और "पड़ोसी पहले" पॉलिसी के महत्व को भी उजागर किया जाएगा। बैठक की मेजबानी नेपाल सरकार कर रही है।

नेपाल प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली से मुलाकात करेंगे। साथ ही, नेपाल के कृषि एवं पशुधन विकास मंत्री रामनाथ अधिकारी के साथ शिवराज सिंह की बैठक होगी और इस दौरान, कृषि क्षेत्र में सहयोग पर भारत और नेपाल सरकारों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इसके अलावा शिवराज सिंह, भूटान के कृषि एवं पशुधन मंत्री यूंटेन फुंटशो के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। साथ ही, कृषि क्षेत्र में भारत और बिम्सटेक मंच के बीच सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए बिम्सटेक के महासचिव इंद्रमणि पांडे से भी केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह की बैठक होगी।

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