मोदी सरकार ने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को आईसीयू में पहुंचाया, खरगे का आरोप

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर पोस्ट शेयर कर पीएम मोदी की सरकार पर हमला बोला है। खरगे ने कहा कि बीते 5 सालों में इलाज की लागत में हर साल औसतन 14% की वृद्धि हुई है। इस कारण आम आदमी के लिए इलाज कराना बेहद मुश्किल हो गया है। वीडियो में यह भी बताया गया कि अप्रैल 2025 से 900 जरूरी दवाइयों के दाम बढ़ा दिए गए हैं, जिससे चिकित्सा खर्चों में और इजाफा होगा।
गरीबी के कगार पर पहुंच रहे लोग-
कांग्रेस अध्यक्ष ने नीति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हर साल लगभग 10 करोड़ भारतीय महंगे इलाज के कारण गरीबी के कगार पर पहुंच जाते हैं। इसके अलावा आम लोगों को स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर 18% जीएसटी भी चुकाना पड़ता है, जो उनकी आर्थिक स्थिति को और कमजोर करता है।
अस्पतालों में इलाज का खर्च बढ़ा, स्वास्थ्य मंत्रालय का बजट घटा-
खरगे ने यह भी बताया कि पिछले एक साल में अस्पतालों में इलाज का खर्च 11.35% बढ़ गया है। वहीं, पिछले 5 सालों में केंद्र सरकार के कुल बजट के मुकाबले स्वास्थ्य मंत्रालय का बजट 42% घट गया है, जो देश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रतिकूल असर डाल रहा है।
ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में गंभीर संकट-
इसके अलावा, वीडियो में यह भी कहा गया कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य ढांचा मिशन (PM-ABHIM) के तहत आवंटित कुल धनराशि का 65% अब तक खर्च नहीं किया गया है। इस मिशन के तहत देश के 757 जिलों में स्थित 5,491 ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में लगभग 80% पद खाली हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव को उजागर करता है।
आवश्यक कदम उठाने की मांग-
खरगे ने इन सभी आंकड़ों को सामने रखते हुए सरकार से मांग की कि स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं, ताकि आम लोगों को सस्ते और प्रभावी इलाज की सुविधा मिल सके और आर्थिक बोझ से बचा जा सके।