PM मोदी ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर एक स्वस्थ दुनिया बनाने की लिया संकल्प

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर एक स्वस्थ और समृद्ध दुनिया के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया. उन्होंने इस दिन को याद करते हुए देशवासियों से एक स्वस्थ समाज की दिशा में मिलकर काम करने की अपील की. PM मोदी ने कहा कि उनकी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देती रहेगी और लोगों की भलाई के लिए जरूरी निवेश करती रहेगी.
स्वास्थ्य पर ध्यान और निवेश की प्रतिबद्धता
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल, एक्स पर लिखा कि 'विश्व स्वास्थ्य दिवस पर, आइए हम एक स्वस्थ दुनिया के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करें. 'हमारी सरकार स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देती रहेगी और लोगों की भलाई के लिए विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करती रहेगी. अच्छा स्वास्थ्य किसी भी समृद्ध समाज की मजबूत नींव है!'
यह बयान प्रधानमंत्री की उस नीति का हिस्सा है, जिसमें वे देश में हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का प्रयास कर रहे हैं. स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार ने कई योजनाओं की शुरुआत की है, जिनका उद्देश्य लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाना और उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है.
स्वस्थ समाज की नींव
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बात में यह भी कहा कि अच्छा स्वास्थ्य किसी भी समाज की नींव है. अगर लोग शारीरिक रूप से स्वस्थ होंगे, तो एक समृद्ध और खुशहाल समाज की नींव भी मजबूत होगी. यह संदेश देशवासियों के लिए है कि स्वस्थ रहकर ही हम समाज में बदलाव ला सकते हैं और अपने राष्ट्र को प्रगति की ओर ले जा सकते हैं.
स्वास्थ्य के प्रति निरंतर निवेश
प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सरकार की निरंतर प्राथमिकता को रेखांकित किया है. यह प्रतिबद्धता स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने, चिकित्सा के क्षेत्र में नवाचारों को बढ़ावा देने और देशभर में हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए सरकार की योजना का हिस्सा है. विश्व स्वास्थ्य दिवस पर PM मोदी का यह संदेश बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बताता है कि सरकार स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. आने वाले समय में, देश में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए नई पहलें और योजनाएं लाई जाएंगी ताकि प्रत्येक नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें और एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण हो सके.