PM पर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का हमला, धोखाधड़ी से चुनाव जीतने का लगाया आरोप
एक तरफ जहां चुनाव आयोग ने हरियाणा चुनाव में किसी भी तरह की अनियमितता के कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक बार फिर से बीजेपी पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पीएम जालसाजी का सहारा लेकर चुनाव जीत रहे हैं.
बेंगलुरु में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और देश के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि देने के लिए एक कार्यक्रम में पहुंचे खरगे ने ईवीएम की प्रमाणिकता पर सवाल उठाया. इस दौरान उन्होंने उद्योगपति एलॉन मस्क के ईवीएम की वास्तविकता पर सवाल उठाने वाले बयान का भी जिक्र किया.
खरगे ने ईवीएम पर उठाए सवाल
खरगे ने कहा कि तकनीकी विशेषज्ञ मस्क ने कहा है कि ईवीएम को कंप्यूटर के जरिए से बदला और हैक किया जा सकता है. उनका कहना था कि अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस या इटली जैसा कोई भी प्रमुख पश्चिमी देश ईवीएम का उपयोग नहीं करता है. यही नहीं खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी पर लोगों को धर्म और जाति के आधार पर बांटने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी लोगों को एकजुट करने के बजाय उन्हें बांटते हैं.
‘धोखाधड़ी से चुनाव जीतते हैं पीएम मोदी’
पीएम मोदी पर हमला करते हुए खरगे ने कहा कि पीएम ने चुनाव नहीं जीता है बल्कि ये सब कुछ धोखाधड़ी है. उन्होंने ने मतदाता सूची से 10,000 नाम हटवा दिए या 10,000 से 20,000 नए नाम जोड़ दिए. यह बात सच है लेकिन सवाल यह है इसे साबित कैसे किया जाए.
BJP नेताओं पर खरगे का तंज
इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने ईवीएम का बचाव करने वाले बीजेपी नेताओं पर भी तंज किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता कहते हैं कि जब हम जीतते हैं तो हम ईवीएम को दोष नहीं देते हैं और मतपत्र की मांग नहीं करते हैं, लेकिन जब बीजेपी जीतती है तो ईवीएम को दोष देते हैं. खरगे ने कहा कि हम उनकी (बीजेपी) रणनीति को जानते हैं. वो जानते हैं कि क्या करना है, कहां और कैसे करना है.
वैसे ये पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस अध्यक्ष ने ईवीएम को लेकर बीजेपी और प्रधानमंत्री पर हमला किया है इससे पहले भी वो कई बार ईवीएम पर सवाल खड़े कर चुके हैं. वहीं हाल ही में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भी कांग्रेस ने चुनाव में अनियमितताओं की बात कही थी, जिसे चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है.