बिहार का तेजस्वी प्रण” राज्य को नई दिशा देगा: हर घर में एक सरकारी नौकरी का वादा
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन ने शुक्रवार को अपना साझा घोषणा पत्र जारी किया, जिसका नाम रखा गया है ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ । इस घोषणा पत्र में युवाओं को रोजगार, महिलाओं को सम्मान और आम लोगों को राहत देने वाले कई वादे शामिल किए गए हैं। महागठबंधन ने इसे केवल चुनावी वादों का दस्तावेज नहीं, बल्कि बिहार के पुनर्निर्माण की रूपरेखा बताया है।
घोषणा पत्र जारी करने के अवसर पर मंच पर राजद नेता **तेजस्वी यादव**, कांग्रेस के **पवन खेड़ा**, वीआईपी सुप्रीमो **मुकेश सहनी**, वाम दलों के प्रतिनिधि और अन्य सहयोगी दलों के नेता मौजूद थे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह केवल महागठबंधन का घोषणा पत्र नहीं, बल्कि **बिहार की जनता का प्रण** है। हमारा संकल्प है कि हम इस राज्य को **बेरोजगारी, पलायन और भ्रष्टाचार से मुक्त** करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं को सम्मानजनक रोजगार देना और विकास की नई दिशा तय करना हमारी प्राथमिकता है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि इस घोषणापत्र से साफ झलकता है कि **कौन बिहार के लिए गंभीर है** और कौन राज्य के विकास को लेकर योजनाबद्ध सोच रखता है। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के पहले दिन से महागठबंधन की प्राथमिकताएं तय हैं। पिछले 20 वर्षों में बिहार जिस दिशा में पिछड़ा है, अब उसे आगे ले जाने का समय है।
उन्होंने कहा कि **मैनिफेस्टो कमेटी** इस सार्थक दस्तावेज के लिए बधाई की पात्र है। यह घोषणा पत्र बिहार के युवाओं, किसानों, मजदूरों और महिलाओं की उम्मीदों का प्रतिबिंब है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के हर परिवार में खुशहाली लाना, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करना तथा विकास की रफ्तार को नई दिशा देना महागठबंधन का वादा नहीं, बल्कि एक **जनप्रतिज्ञा** है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सत्ता में आने के बाद महागठबंधन सरकार इस घोषणापत्र को जमीन पर उतारने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम करेगी।
इस अवसर पर मंच पर उपस्थित नेताओं ने एक स्वर में कहा कि “बिहार का तेजस्वी प्रण” राज्य को नई दिशा देगा और यह दस्तावेज आने वाले बिहार की मजबूत बुनियाद बनेगा।
