संसद की सुरक्षा मजबूत होगी : CPWD 14.64 करोड़ से करेगी चाकचौबंद इंतजाम, निविदा जारी

Update: 2025-09-15 18:44 GMT

नई दिल्ली  संसद की सुरक्षा को मजबूत करने की तैयारी शुरू हो गई है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) 14.64 करोड़ से संसद में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम कराएगा। यहां इलेक्ट्रिक बाड़, फाइबर ऑप्टिक घुसपैठ पहचान प्रणाली (पीआईडीएस) और केंद्रीकृत वीडियो प्रबंधन प्रणाली (वीएमएस) और सीसीटीवी निगरानी नेटवर्क की स्थापना की जाएगी। सीपीडब्ल्यूडी ने परियोजना के लिए निविदा जारी कर दी गई। इसके तहत 18 सितंबर तक आवेदन किया जा सकता है।


सीपीडब्ल्यूडी के निविदा दस्तावेज के अनुसार इलेक्ट्रिक फेंसिंग और सीसीटीवी के बीच वीडियो एकीकरण पूरी तरह से निर्बाध होना चाहिए। यह एक से अधिक घुसपैठ के मामलों को पूरी तरह से कवर करे। इस परियोजना के शुरू होने की तारीख से चार महीने में पूरा होने की उम्मीद है।


कार्यदायी संस्था को मौजूदा इलेक्ट्रिक फेंसिंग और संबंधित सहायक उपकरणों को हटाना, नई इलेक्ट्रिक फेंसिंग की एसआईटीसी, ऑप्टिकल फाइबर आधारित पीआईडीएस, आवश्यक क्षेत्र लंबाई के संसद भवन परिसर की सीमा के लिए वीएमएस और परिधि रोशनी के साथ एकीकृत सीसीटीवी निगरानी प्रणाली और इन सभी प्रणालियों को एक दूसरे के साथ जोड़ना होगा।

निविदा में कहा गया है कि कार्य के दौरान आवश्यकतानुसार नींव, केबलिंग, मिट्टी का काम आदि सहित खंभों/पोस्टों की एसआईटीसी (आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग) शामिल है। खंभों और पोस्टों के डिजाइन को पीएसएस/सीपीडब्ल्यूडी से अनुमोदित कराना आवश्यक है।

निर्माण एजेंसी सीपीडब्ल्यूडी ने कहा कि संसद में कई बार गणमान्य व्यक्तियों का आगमन होता है और कार्यक्रम होते हैं। इसलिए काम ऐसे किया जाना चाहिए कि वहां रहने वालों को कोई परेशानी न हो और साथ ही उनके काम में कोई बाधा न आए। दस्तावेज में कहा गया है कि सभी गैजेट्स/उपकरणों के लिए सभी विद्युत और नेटवर्क/डाटा कनेक्शन, जिसमें आस-पास स्थापित मौजूदा विद्युत वितरण बॉक्स/विद्युत पैनल/नेटवर्क स्विच से चैनल/नालियों, तार, केबल और इंटरकनेक्शन केबल की आपूर्ति और फिक्सिंग शामिल है, कार्य के दायरे में होंगे।

इसमें कहा गया है कि जंग-रहित जीआई तारों का उपयोग फेंसिंग के तार के रूप में किया जाना चाहिए। ऑडियो हीटर भी लगाया जाएगा। सीपीडब्ल्यूडी ने अपने निविदा दस्तावेज में कहा है कि क्षैतिज माउंटिंग के साथ हूटर का आउटपुट 85 डीबी से कम नहीं होना चाहिए। एक हूटर सीएमएस क्षेत्र के पास लगाया जाना चाहिए।

सीपीडब्ल्यूडी ने कहा कि जहां काम किया जाना है, वहां सुरक्षा संबंधी कड़े प्रतिबंध हैं। उच्च सुरक्षा क्षेत्र होने के कारण कभी-कभी कार्य के घंटों/दिनों पर कुछ प्रतिबंध हो सकते हैं, जिसके बारे में कार्यदायी संस्था को तत्काल सूचित किया जाएगा तथा यदि कोई बेकार श्रमिक है, तो उसके लिए कोई दावा स्वीकार नहीं किया जाएगा।

इसमें कहा गया है कि सुरक्षा एजेंसियों, निवासियों और ग्राहक विभाग द्वारा लगाए गए किसी भी अन्य प्रतिबंध के कारण विभाग द्वारा किसी भी प्रकार के दावे पर विचार नहीं किया जाएगा। इस कारण समय की हानि की भरपाई विभाग पर कोई अतिरिक्त दावा किए बिना अतिरिक्त संसाधन जुटाकर की जाएगी। पिछले महीने एक 20 वर्षीय व्यक्ति ने संसद की दीवार पर चढ़ने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।

Tags:    

Similar News