स्वदेशी जागरण मंच ने चलाया जागरूकता अभियान: चीन और तुर्की की सभी वस्तुओं के बहिष्कार विशेष तौर पर करने का आह्वान

दिल्ली। हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान ने जिन हथियारों का उपयोग किया वो चीन और तुर्की से खरीदे थे। इसलिए हमें समझना होगा कि चीन के जो भी उत्पाद हम खरीदेंगे उन्हीं पैसों से भारतीय सेना पर हमले के लिए पाकिस्तान को हथियार मिलेंगे।
इसलिए मंच स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान को जन-जन तक पहुंचाएगा और विदेशी सामान नहीं खरीदने को जागरूक करेगा। ये बातें स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा ने कहीं।
वे मंच की ओर से गुरुवार को एनएसयूआई सभागार में स्वदेशी सुरक्षा स्वावलंबन जागरूकता अभियान के शुभारंभ पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम लोग फोन, एसी, कार, स्कूटर से लेकर जूते की पालिश और सास तक विदेशी खरीदते हैं। हमें विदेशी और आयातित उत्पादों का उपयोग बंद कर स्वदेशी उत्पादों को खरीदना होगा।
इस अवसर पर व्यापारी, उद्योग, व्यवसाय, किसान, धार्मिक, आध्यात्मिक एवं अन्य सामाजिक संगठनों सहित विभिन्न संगठनों के राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अन्य वक्ता ने कहा कि आपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना के शौर्य का लोहा पूरे विश्व ने माना है।
ये प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में स्वदेशी रूप से विकसित एवं निर्मित रक्षा उपकरणों का परिणाम है। इस मौके पर उपस्थित लोगों को विदेशी वस्तुओं एवं सेवाओं का बहिष्कार करने और स्वदेशी अपनाने की शपथ दिलाई गई।
वहीं चीन और तुर्की की सभी वस्तुओं के बहिष्कार विशेष तौर पर करने का आह्वान किया। इसके अलावा ट्रम्प प्रशासन द्वारा हाल ही में किए गए फैसलों के चलते देशवासियों से विदेशी फंडिंग वाली अमेजन, फ्लिपकार्ट, वॉलमार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों के बहिष्कार को अपील हुई।