अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता तेज, ट्रंप की विशेष टीम अगले हफ्ते भारत दौरे पर
नई दिल्ली भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर एक बड़ा जानकारी सामने आई है। सरकार के सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि अमेरिका के अधिकारियों का एक दल प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए अगले सप्ताह भारत आ सकता है।
अमेरिकी अधिकारियों की यह यात्रा बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ये सभी भारत और अमेरिका समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने के लिए काम कर रहे हैं। एक सूत्र के अनुसार टीम के अगले सप्ताह आने की संभावना है। तारीखें तय की जा रही हैं और चर्चाएं जारी हैं।
टैरिफ प्रतिबंध के बाद आएगी ट्रंप की टीम
अमेरिकी अधिकारियों की यह यात्रा रूसी कच्चा तेल खरीदने के लिए अमेरिकी बाजार में प्रवेश करने वाले भारतीय माल पर 25 प्रतिशत टैरिफ और अतिरिक्त 25 प्रतिशत जुर्माना लगाए जाने के बाद दूसरी यात्रा होगी। इससे पहले टीम ने 16 सितंबर को दौरा किया था। 22 सितंबर को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी व्यापार वार्ता के लिए एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए अमेरिका का दौरा किया। उनके साथ मंत्रालय में तत्कालीन विशेष सचिव राजेश अग्रवाल और अन्य अधिकारी भी थे। अग्रवाल अब भारत के वाणिज्य सचिव हैं।
दो मुद्दों पर भारत-अमेरिका के बीच बातचीत
भारत और अमेरिका दो समानांतर वार्ताएं कर रहे हैं - एक टैरिफ से निपटने के लिए रूपरेखा व्यापार समझौते पर और दूसरी व्यापक व्यापार समझौते पर। फरवरी में दोनों देशों के नेताओं ने अधिकारियों को प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत करने का निर्देश दिया था। समझौते के पहले चरण को लेकर अब तक छह दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं। इस समझौते का उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान 191 अरब अमेरिकी डॉलर से दोगुना से भी अधिक बढ़ाकर 2030 तक 500 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है।
पीयूष गोयल ने मई की शुरुआत में वॉशिंगटन का दौरा किया था। उन्होंने वॉशिंगटन में अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक के साथ विचार-विमर्श किया था। अमेरिका 2024-25 में लगातार चौथे वर्ष भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना रहेगा, जिसका द्विपक्षीय व्यापार 131.84 बिलियन अमेरिकी डॉलर (86.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात) होगा।
