मनोवांछित फल की होगी प्राप्ति: सावन के तीसरे सोमवार पर आसान विधि से करें पूजा

Update: 2024-08-04 06:40 GMT

धर्म नगरी भीलवाड़ा के शिव भक्ति सावन के महीने में भोले की भक्ति में लेने इस बार तीसरा सोमवार 5 अगस्त को आ रहा है इसे लेकर शिवालयों में विशेष आयोजन होंगे। सावन के तीसरे सोमवार का व्रत किया जाएगा। आप इस दिन सरल विधि से शिव जी की पूजा कर उनकी कृपा के पात्र बन सकते हैं। तो चलिए जानते हैं सावन सोमवार पूजा की सरल विधि।

ऐसे करें पूजा

सावन सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। इसके बाद मंदिर जाकर या घर पर ही आप पूजा कर सकते हैं। इसके लिए हाथ में अक्षत तथा फूल लेकर दोनों हाथ जोड़ें और भगवान शिव का आह्वान करें। इसके बाद इन फूलों को शिव जी को समर्पित कर दें। सबसे पहले शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। इसके बाद सफेद चंदन से भगवान को तिलक लगाएं। अब शिवलिंग पर सफेद पुष्प, धतुरा, बेल-पत्र, भांग आदि अर्पित करें और दीप जलाकर भगवान शिव की आरती करें।

बेलपत्र चढ़ाते समय ध्यान रखें कि शिवलिंग पर हमेशा 3 पत्तों वाला बेलपत्र चढ़ाना चाहिए। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि बेलपत्र साबुत होना चाहिए। बेलपत्र को हमेशा चिकने सतह की ओर से शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। पूजा के बाद पूरे दिन का उपवास रखें। इसके बाद शाम के समय शिव जी के समक्ष दीपक जलाएं और भगवान शिव को प्रसाद अर्पित करें। पूजा के बाद आप प्रसाद और कुछ फल ग्रहण कर अपना व्रत खोल सकते हैं।

मंत्रों का करे जाप

सावन सोमवार की पूजा करने के बाद आप मंदिर में बैठकर या फिर घर ही शिव जी के इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं -

शिव मूल मंत्र - ॐ नमः शिवाय॥

महामृत्युंजय मंत्र - ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

रूद्र मंत्र - ॐ नमो भगवते रूद्राय।

रूद्र गायत्री मंत्र - ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

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