मंदिर नहीं जा सकते तो सावन माह में घर पर करें ये काम

By :  vijay
Update: 2025-07-10 22:10 GMT
मंदिर नहीं जा सकते तो सावन माह में घर पर करें ये काम
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सावन माह (श्रावण मास) भगवान शिव का अत्यंत प्रिय महीना है। यह केवल धार्मिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और ऊर्जात्मक रूप से भी बहुत विशेष होता है। सावन में वातावरण में जल, वायु, मंत्र और ध्यान का सम्मिलन होता है। इस समय घर का वातावरण भी शुद्ध, शांत और शिवमय बनाए रखना शुभ होता है। सावन का हर दिन एक आत्मिक स्नान है, जहां तन, मन और घर तीनों को शुद्ध करने का अवसर मिलता है। आइए जानें, सावन माह में घर में क्या करना चाहिए ?

 

प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करें।

घर के पूर्व या उत्तर दिशा में शिव जी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।

ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें।

यदि घर में शिवलिंग है तो जल में गंगा जल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें। यदि नहीं है तो सारे घर में गंगा जल का छिड़काव करें।

बेलपत्र, धतूरा, शमीपत्र, आक, फूल आदि अर्पित करें।

शिव दीप जलाएं

प्रतिदिन सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद, घर के मंदिर में तिल या घी का दीपक जलाएं। दीपक में कपूर, केसर और लौंग डालना अत्यंत शुभ होता है।

सावन विशेष व्रत और साधना करें

सोमवार व्रत रखें और मंगलकामना हेतु सोलह सोमवार व्रत प्रारंभ कर सकते हैं।

शिव चालीसा, रुद्राष्टक या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें।

घर में यदि कोई पुरुष ब्रह्मचर्य और संयम से सावन साधना करना चाहे, तो विशेष फलदायी होता है।

 

घर को स्वच्छ और सुगंधित रखें

रोज़ाना घर में धूप, कपूर, गुग्गुल या लोबान जलाएं।

यह नकारात्मक ऊर्जा को हटाता है और वातावरण को सकारात्मक बनाता है।

सप्ताह में एक दिन गंगा जल या गौ मूत्र मिले पानी से पोंछा लगाएं।

तुलसी, बेल, शमी और अन्य पवित्र पौधों को घर में लगाएं और उनकी देखभाल करें।

सावन में तुलसी का पौधा घर में उत्तर-पूर्व दिशा में रखें और रोज़ जल दें।

बेल वृक्ष के पत्ते भगवान शिव को अर्पित करें। यदि शमी, आक, दूर्वा के पौधे हों तो अत्यंत शुभ है।

सावन में इन कार्यों से बचें

मांसाहार और मद्यपान से बचें।

झूठ, कटु वाणी और विवाद से बचें।

शिव-पार्वती के झगड़े की कथा न सुनें।

लोहे के बर्तन से भगवान शिव को जल न चढ़ाएं।

 

घर में सावन के भजन या शिव तांडव चलाएं

रोज़ सुबह और शाम शिव भजन, शिव तांडव स्तोत्र, महामृत्युंजय मंत्र की ध्वनि से वातावरण को जाग्रत करें। यह वातावरण की ऊर्जा को ऊपर उठाता है।

सोमवार को घर में शिव अभिषेक करें। यदि शिवलिंग नहीं है तो तस्वीर पर भी कर सकते हैं: जल, दूध, दही, घी, शहद, शक्कर से पंचामृत, बेलपत्र, अक्षत, पुष्प, भस्म, चंदन

सावन में करें इन मंत्रों का जाप: ॐ नमः शिवाय, ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

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