सर्दियों में बच्चे नहीं होंगे बीमार, डॉक्टर की बताई इन बातों का रखें ध्यान
सर्दी का मौसम आते ही बच्चे ज्यादा बीमार पड़ने लगते हैं. सर्दी, जुकाम फ्लू, खांसी, बुखार और सांस से जुड़ी बीमारियां होने लगती हैं. बच्चों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए समय पर इलजा जरूरी है. इसके पीछे कई ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से बच्चे सर्दियों में बीमार पड़ते हैं. हालांकि, कुछ सावधानियां बरतकर अपने बच्चे को इस मौसमी बीमारी से बचा सकते हैं.
सर्दियों में वायरस का खतरा बढ़ा रहता है. बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है. ऐसे में यह वायरस बच्चों पर अटैक करता है. बच्चों को सर्दी में निमोनिया और सांस से जुड़ी बीमारी होने लगती है. फेफड़ों में भी इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. जिससे सांस लेने में गंभीर कठिनाई होती है. जिससे सांस संबंधी बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती है. इस मौसम में बच्चों की सेहत का ध्यान कैसे रखें इस बारे में दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में पीडियाट्रिक विभाग के एचओडी डॉ पीनाकी रंजन देबनाथ ने बताया है
खानपान का खास ख्याल
ठंड के दिनों में बच्चों को विटामिन और मिनरल्स से भरपूर आहार देना चाहिए. जैसे हरी सब्जियां और ताजा फल देने से बच्चे ठंड की चपेट में आने से बच सकते हैं. बच्चों को सेब, संतरा, आंवला, गाजर, पालक खिलाना चाहिए. इसके अलावा बादाम, अखरोट, किशमिश भी देना चाहिए. सर्दियों में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हल्दी वाला दूध, अदरक-तुलसी की चाय या गुड़ भी दे सकते हैं.
गर्म कपड़े पहनाएं
बच्चों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनाने चाहिए. ठंड के दिनों में बच्चों के सिर, कान, हाथ और पैरों को ढककर रखना चाहिए. क्योंकि शरीर गर्म रहने से इन्हें बीमार पड़ने का खतरा कम हो जाता है.
स्वच्छता का ध्यान रखें
ठंड के दिनों में स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए. बच्चों को बार-बार धुलवाना चाहिए. खासकर खाने से पहले और बाहर से आने के बाद बच्चों को हाथ धुलवाना ना भूलें. इसके अलावा बच्चों के संपर्क में आने वाले लोगों को भी साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए.
गुनगुना पानी दें
सर्दियों में बच्चों को हल्की एक्सरसाइज या खेल-कूद करने देना चाहिए. इससे उनकी शारीरिक सक्रियता बनी रहती है, जिससे उनका शरीर मजबूत होता है. ठंड के दिनों में बच्चों को गर्म पानी अधिक पिलाना चाहिए. अक्सर बच्चे इन दिनों कम पानी पीना चाहते हैं. ऐसे में उन्हें गुनगुना पानी पिलाना चाहिए. जिससे शरीर में किसी तरह का संक्रमण अटैक ना कर सके. बच्चों को पर्याप्त नींद और आराम भी जरूरी है.