हार्ट में ब्लॉकेज की सही जानकारी देता है ये टेस्ट, दिखे ये लक्षण तो कराएं जांच

By :  vijay
Update: 2025-01-29 21:20 GMT

भारत में हार्ट से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. गलत खानपान और खराब लाइफस्टाइल के चलते ये बीमारियां युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रही है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो’ (NCRB) के एक आंकड़े के मुताबिक, पिछले दस सालों में भारत में हार्ट से जुड़ी बीमारियों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. हार्ट से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं. इसमें हार्ट ब्लॉकेज शुरुआती लक्षण होते हैं. हार्ट ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए कई तरह के टेस्ट कराए जा सकते हैं, लेकिन हार्ट में ब्लॉकेज की सटीक जानकारी एंजियोग्राफी करवाने से होती है.यह एक विशेष तरह का X-रे टेस्ट होता है. इसमें धमनियों में डाई इंजेक्ट करके ब्लॉकेज की स्थिति का पता लगाया जाता है.

एंजियोग्राफी टेस्ट में डॉक्टर मरीज के रक्त प्रवाह को देखने के लिए धमनियों में एक खास प्रकार का डाई (रंग) इंजेक्ट करते हैं. इस डाई की मदद से X-ray में साफ दिखाई देता है कि कहां-कहां ब्लॉकेज है और कितना गंभीर है. नोएडा के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ आनंद पांडेय का कहना है कि स्वस्थ हार्ट से ही स्वस्थ शरीर की कल्पना की जा सकती है.

डॉक्टर से जानें कौन सा टेस्ट करवाएं

अगर किसी व्यक्ति का हार्ट सही तरीके से काम नहीं करता है तो उसे कई तरह की परेशानियां हो सकती है. हार्ट में गड़बड़ी या हार्ट में ब्लॉकेज से कई बार व्यक्ति की जान भी जा सकती है. इसलिए जब भी शरीर में कोई असाधारण गतिविधियां होने लगे या अचानक से हार्ट बीट बढ़ने जाए या थोड़ा बहुत चलने से सांस फूलने लगे तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो जाता है. हार्ट ब्लॉकेज की समस्या आज युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही है. गलत लाइफ स्टाइल और असंतुलित आहार की वजह से हार्ट ब्लॉकेज के मामले बढ़ रहे हैं. हार्ट ब्लॉकेज के लिए सबसे पहले एंजियोग्राफी का टेस्ट करवाना चाहिए. इससे पता चलता है कि व्यक्ति के अंदर में कितना फीसदी हार्ट ब्लॉकेज है.

हार्ट ब्लॉकेज के कुछ लक्षण

हल्की शारीरिक गतिविधि के दौरान दिल पर दबाव पड़ना, दिल की धड़कन अचानक से तेज हो जाना , सांस फूलना, घबराहट होना जैसे कई लक्षण मरीज में दिखने लगते हैं.हार्ट ब्लॉकेज के गंभीर लक्षण तब सामने आते हैं जब दिल की धमनियों में 70% या उससे अधिक रुकावट हो जाती है. इस स्थिति में, शरीर में खून और ऑक्सीजन का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता, जिससे शरीर में कई तरह की परेशानियां शुरू हो जाती हैं.

जैसे सीढ़ियां चढ़ते समय, तेज चलने पर, या दौड़ने के समय सांस फूलने लगती है. इस स्थिति में आपके दिल में पहले से ही काफी ब्लॉकेज के लक्षण दिखने लगते हैं. ऐसे में इस समस्या को अनदेखी करना जान पर बन सकता है. अक्सर लोग इन चीजों को नजरअंदाज करने लगते हैं. ऐसे में हार्ट अटैक या हार्ट से जुड़ी समस्याएं बढ़ने लगती है.

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