पीरियड्स का दर्द या ऐंठन, सौंफ देगी राहत

Update: 2025-12-12 09:34 GMT

 हर महीने होने वाले पीरियड्स के दर्द और ऐंठन से राहत के लिए जरूरी नहीं कि हर बार दवा ली जाए। आयुर्वेद में ऐसी कई औषधि हैं, जो इन समस्याओं में राहत देते हैं। रसोई में पाई जाने वाली सौंफ भी किसी औषधि से कम नहीं। खाने के बाद ली जाने वाली सौंफ को आयुर्वेद त्रिदोष नाशक (वात-पित्त-कफ तीनों को संतुलित करने वाला) और ठंडी तासीर वाली शक्तिशाली औषधि मानता है। रोजाना थोड़ी सी सौंफ खाने से पाचन से लेकर पीरियड्स, आंखों की रोशनी और त्वचा की चमक तक सब सुधर जाता है।

सबसे खास बात है कि सौंफ पीरियड्स नियमित करती है। गुड़ के साथ सौंफ खाने से पीरियड्स समय पर और बिना दर्द आते हैं। वहीं, ऐंठन में भी राहत मिलती है। आयुर्वेद में बताया गया है कि सौंफ के सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ लिए जा सकते हैं। खाने के बाद सौंफ, जीरा और काला नमक का चूर्ण लेने से पेट हल्का रहता है। पाचन तंत्र मजबूत होता है, जिससे कब्ज, गैस, अपच की समस्या दूर होती है। एक चम्मच सौंफ दो कप पानी में उबालकर दिन में 2-3 बार पीने से कफ निकलता है, जिससे खांसी-अस्थमा में राहत मिलती है। जिन लोगों की आंखें कमजोर हैं, उनके लिए भी सौंफ फायदेमंद है। सौंफ और मिश्री बराबर मात्रा में पीसकर सुबह-शाम एक चम्मच पानी के साथ लेने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।

बादाम, सौंफ और मिश्री को बराबर मात्रा में पीसकर रोज भोजन के बाद एक चम्मच लेने से याददाश्त तेज होती है। पेट की गर्मी से होने वाले मुंह के छाले को भी ठीक करने में मददगार है। सौंफ का पानी उबालकर, फिटकरी मिलाकर दिन में 3-4 बार कुल्ला करना चाहिए। सौंफ चबाने से खून साफ होता है और त्वचा की चमक बढ़ती है। खाने के 30 से 40 मिनट बाद एक चम्मच सौंफ चबाने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है।

आयुर्वेद कहता है कि सौंफ जठराग्नि को कभी कमजोर नहीं करती, बल्कि पाचन को तेज और शरीर को ठंडक देती है। रोजाना थोड़ी सी सौंफ खाने से लीवर स्वस्थ रहता है, पेट साफ रहता है और त्वचा में निखार आता है। हालांकि, सेवन से पहले किसी वैद्य से सलाह जरूर लें।

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