बर्फबारी देखने का है मन, तो इन जगहों पर घूमने का बनाएं प्लान

By :  vijay
Update: 2024-11-26 18:58 GMT

सर्दियों में पहाड़ों में घूमने का एक अलग ही आनंद होता है. बर्फ से ढकी पहाड़ियां, ठंडी हवाएं और शांति का वातावरण ये सभी सर्दियों में पहाड़ी क्षेत्रों में घूमने को खास बना देता है. इस समय पहाड़ों की प्राकृतिक सुंदरता में समय बिताकर मन को शांति मिलती है. जब आप सर्दियों में पहाड़ों में जाते हैं, तो सबसे पहले जो चीज आपको आकर्षित करती है वो है बर्फ की सफेद पहाड़ों से ढके पहाड़. सर्दियों के मौसम में बर्फ की परतें पहाड़ी इलाकों को एक सफेद रंग से ढक देती हैं, जिससे पूरे दृश्य मनमोहक और शांति भरा लगता है. जब सूरज की किरणें बर्फ पर पड़ती हैं, तो वह चमकती हैं, जिससे दृश्य और भी ज्यादा आकर्षक हो जाता है.

यह मौसम ट्रैकिंग, हाइकिंग, स्कीइंग जैसी गतिविधियों के लिए भी एकदम सही है. बर्फ पर चलने का अपना एक अलग ही मजा होता है. गर्मियों के मुकाबले सर्दियों में पर्यटकों की संख्या कम होती है, जिससे आप प्राकृतिक सुंदरता का आनंद अधिक शांति से ले सकते हैं. अगर आप भी सर्दी के मौसम में बर्फबारी वाली जगहों पर जाना चाहते हैं तो इन जगहों पर घूमने का प्लान बना सकते हैं.

कुफरी

आप शिमला स्थित कुफरी घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं. यहां बर्फबारी देखने के लिए नवंबर से मार्च का सही बिल्कुल सही रहेगा. इस दौरान कुफरी में सबसे ज्यादा बर्फबारी होती है. सर्दियों में इस जगह को वंडरलैंड भी कहा जाता है. पहाड़ी इलाकों में बर्फ जम जाती है, जिससे यहां पर स्कीइंग और कई तरह के एक्टिविटी करने का मौका मिलता है. हर साल फरवरी में यहां पर विंटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल का भी आयोजन किया जाता है. यहां पर आप हिमालयन नेचर पार्क, महासू पीक और ग्रीन वैली जैसी कई जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं.

मैक्लोडगंज

हिमाचल प्रदेश में स्थित मैक्लोडगंज भी बर्फबारी देखने के लिए जा सकते हैं. यहां अक्टूबर से लेकर फरवरी के बीच घाटियां बर्फ की सफेद चादर से ढक जाती हैं. यहां पर आप भागसू जलप्रपात, त्रिउंड, नेचुंग मठ, सूर्यास्त बिंदु, इंद्रहार पास, महाराणा प्रताप सागर झील, धर्मकोट, तिब्बती बाजार, और डल झील जैसी जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं. इसके अलावा आप बगलामुखी मंदिर, नामग्याल मठ औरमसरूर मंदिरभी जा सकते हैं.

खज्जियार

हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में स्थित खज्जियार गांव भी आप घूमने के लिए जा सकते हैं. ये जगह डलहौजी से लगभग 21 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. सर्दियों में खज्जियार की वादियां बर्फ की चादर से ढकी हुई होती है. कालाटोप वन्यजीव अभयारण्य, खज्जियार झील, कैलाश गांव, पंच पांडव वृक्ष, तिब्बती हस्तशिल्प केंद्र, नौ होल गोल्फ कोर्स, हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प केंद्र और धौलाधार रेंज जैसी जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं. वहीं आप खज्जियार के पास स्थित राखेड़ के डैनकुंड पीक, चत्रयारा के पंचपुला, धर्मशाला के डल झील औरबकरोटा की गंजी पहाड़ीजैसी कुछ जगहों पर भी घूमने के लिए जा सकते हैं.

सर्दियों के मौसम में पहाड़ों पर जाने के लिए कई सावधानियां बरतने की जरूरत होती है. बर्फबारी के कारण रास्ते स्लिपरी हो सकते हैं, और तापमान बहुत कम हो सकता है, इसलिए जरूरी है कि आप ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहने और साथ में गर्म कपड़े, टोपी, दस्ताने और जूते लेकर चलें. इसके अलावा, पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम जल्दी बदल सकता है, इसलिए उस समय वहां के मौसम की सही जानकारी जानने के बाद ही वहां जाने का प्लान बनाया जाता है.

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