आपकी नस्लें हो जाएंगी तबाह और बर्बाद, जितनी जल्दी हो सके छोड़ दें ये जगह
आचार्य चाणक्य अर्थशास्त्री होने के साथ कुशल रणनीतिकार, कूटनीतिज्ञ भी थे. उन्होंने जीवन के कई अहम सूत्र बताए हैं, जो कि न सिर्फ जीवन को बदलने बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाती है. उन्होंने अपने जीवन के बेहतरीन अनुभवों को एक ग्रंथ में संग्रहीत किया है, जो कि चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है. ये नीतियां आज के आधुनिक युग में भी बहुत ही कारगर है. आचार्य चाणक्य ने कुछ जगहों का उल्लेख किया है, जो कि किसी भी व्यक्ति के रहने लायक नहीं होता है. इन जगहों पर रहने वाले व्यक्ति को राजा से रंक बनने में देर नहीं लगता है, क्योंकि यहां रहने वाले व्यक्ति का जीवन बर्बादी की ओर दिन ब दिन बढ़ता जाता है.
राजा से फकीर बन जाते हैं लोग
चाणक्य नीति के अनुसार, ऐसी जगह भूलकर भी नहीं रहना चाहिए, जहां के प्रशासन या राजा द्वारा सुरक्षा के कोई इंतजाम न किए गए हों, क्योंकि ऐसी जगह पर रहने से परिवार के साथ धन की सुरक्षा करना मुश्किल हो जाता है. सुरक्षा के कड़े इंतजाम न होने पर आपराधिक घटनाएं बढ़ जाती है. यही वजह है कि व्यक्ति राजा से फकीर बन जाता है.
जीवन पूरी तरह हो जाएगा बर्बाद
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति ऐसी जगह पर भूलकर भी अपना घर नहीं बनवाना चाहिए, जहां आय का कोई स्रोत न हो, क्योंकि धन कमाने और रोजगार के कोई साधन नहीं होने पर व्यक्ति का जीवन गरीब होता चला जाता है. अगर यहां कोई व्यक्ति अपना कारोबार भी शुरू करता है, तो वह पूरी तरह से नष्ट हो जाता है.
नस्लें हो जाएंगी तबाह
चाणक्य नीति के एक श्लोक में बताया गया है कि ऐसी जगह जहां शिक्षा के कोई साधन जैसे स्कूल, श्रेष्ठ गुरु और बुनियादी सुविधाएं न हों, वहां भूलकर भी नहीं रहना चाहिए. ऐसी जगह रहने से आपका जीवन तो बर्बाद होगा ही आपकी आने वाली नस्लें भी तबाह हो जाएंगी.
एक झटके में सबकुछ हो जाएगा बर्बाद
चाणक्य नीति के मुताबिक, ऐसी जगह जहां प्राकृतिक आपदाएं जैसे बाढ़, भूकंप और सूखा जैसी स्थिति हो, वहां भूलकर भी नहीं रहना चाहिए. इस जगह घर होने पर व्यक्ति का जीवन एक झटके में तबाह और बर्बाद हो जाता है.