अपना पूरा ध्यान खुद को संवारने में लगाएं कौन क्या बोल रहा है ये बातें मायने नहीं रखतीं
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर दूसरों की बातों और आलोचनाओं से प्रभावित हो जाते हैं. हम कई बार सोचते हैं कि लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं, क्या बोलते हैं, और इसी चिंता में अपना आत्मविश्वास खो बैठते हैं. लेकिन प्रसिद्ध कथा वाचिका और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी का एक विचार हमें सिखाता है कि हमें अपनी ऊर्जा दूसरों की बातों पर नहीं, बल्कि खुद को बेहतर बनाने पर केंद्रित करनी चाहिए.
जया किशोरी ने कहा है—
“अपना पूरा ध्यान अपने आप को बेहतर बनाने में लगाओगे तो कौन क्या बोल रहा है, इस पर ध्यान नहीं जाएगा. “
यह विचार न केवल हमें आत्मविकास की ओर प्रेरित करता है, बल्कि यह भी सिखाता है कि समाज की राय से प्रभावित हुए बिना हमें अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना चाहिए.
दूसरों की बातों को नजरअंदाज करें और खुद को सुधारें
अक्सर जब हम कुछ अच्छा करने की कोशिश करते हैं, तो लोग हमें टोकते हैं, आलोचना करते हैं और कई बार हतोत्साहित भी करते हैं. लेकिन यदि हम इन बातों पर ध्यान देने लगें, तो हमारा ध्यान हमारे असली लक्ष्य से हट सकता है. जया किशोरी का यह कथन हमें यह समझाने का प्रयास करता है कि अगर हम अपने आत्म-विकास पर ध्यान देंगे, तो दूसरों की नकारात्मक बातें हमें प्रभावित नहीं करेंगी.
आत्म-विकास से आत्मविश्वास बढ़ता है
जब हम खुद पर मेहनत करने लगते हैं, अपनी गलतियों को सुधारते हैं और खुद को निखारने में लग जाते हैं, तो हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है. ऐसे में दूसरों की आलोचनाएं हमें कमजोर करने के बजाय हमें और मजबूत बनाती हैं.
सकारात्मकता से आगे बढ़ें
यदि आप भी चाहते हैं कि कोई भी नकारात्मक टिप्पणी या आलोचना आपको प्रभावित न करे, तो अपने विकास पर ध्यान दें. अपनी स्किल्स को निखारें, नई चीजें सीखें और खुद को लगातार सुधारते रहें. जब आप अपने लक्ष्य पर केंद्रित होंगे, तो कोई भी बाहरी शोर आपके आत्मविश्वास को डगमगा नहीं पाएगा.
जया किशोरी का यह विचार हर किसी के लिए प्रेरणादायक है. अगर हम अपनी उन्नति पर ध्यान देंगे, तो किसी और की राय से प्रभावित नहीं होंगे. इसलिए आज से ही इस मंत्र को अपनाएं—
“दूसरों की बातों की परवाह छोड़ो और खुद को इतना मजबूत बनाओ कि सफलता खुद तुम्हारे कदम चूमे.”