डे केयर में जाता है आपका बच्चा तो इन बातों का रखें ध्यान

By :  vijay
Update: 2025-05-11 19:00 GMT
डे केयर में जाता है आपका बच्चा तो इन बातों का  रखें ध्यान
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डे केयर प्लेस आजकल काफी तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं. दरअसल आज के टाइम में मां भी वर्किंग होती हैं और इस वजह से बहुत सारे पेरेंट्स ऐसे हैं जिनके पास काम के चलते समय की कमी होती है और इस वजह से वह बच्चे को डे केयर में भेजना पड़ता है. वहीं कुछ पेरेंट्स बच्चों को डे केयर में इसलिए भेजते हैं क्योंकि वहां उन्हें कुछ एक्टिविटीज भी करवाई जाती हैं. इससे बच्चा इंगेज भी रहता है और उनमें सीखने की क्षमता विकसित होती है. वैसे तो हर पेरेंट्स अपने बच्चों की बेहद चिंता होती है, लेकिन फिर भी अगर आप बच्चों को किसी भी वजह से डे केयर में भेज रहे हैं तो उनकी सेफ्टी और उनके मेंटल हेल्थ को लेकर ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.

छोटे बच्चे कई बार बहुत सारे बातें अपने माता-पिता या फिर किसी को भी बता पाने में सक्षम नहीं होते हैं. ऐसे में बहुत सारे मामले आते हैं जब देखा जाता है कि कुछ डे केयर में बच्चों के साथ बहुत सख्त बिहेवियर अपनाया जाता है. हालांकि जरूरी नहीं है कि हर जगह ऐसा होता है, फिर भी अपनी तरफ से सतर्कता बरतने की आवश्यकता होती है. जान लेते हैं कि वो कौन सी बातें हैं जो पेरेंट्स को अपने बच्चे को डे केयर में भेजने से पहले जरूर ध्यान में रखनी चाहिए.

उम्र का जरूर रखें ध्यान

बहुत सारे पेरेंट्स 6 महीने के बाद ही बच्चे को कुछ घंटों के लिए डे केयर में भेजना शुरू कर देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. इस वक्त तक बच्चे को बहुत ज्यादा भावनात्मक लगाव की जरूरत होती है और सेहत भी संवेदनशील होती है. ऐसे में बच्चा जब एक साल का हो जाए तभी उसे डे केयर में भेजना सही रहता है.

डे केयर चुनते वक्त रखें ये ध्यान

अगर आप बच्चे के लिए डे केयर चुन रहे हैं तो वहां के टीचर्स से मिलें और उनके बारे में जानें ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि बच्चे की देखभाल वहां सही से की जा सकती है या फिर नहीं. इसके अलावा डे केयर का ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से रिव्यू लेना चाहिए. डे केयर रजिस्टर्ड है या नहीं, इस बात का भी ध्यान रखें. वहां पर बच्चों को किन-किन चीजों की सुविधा मिल रही है, यह भी जानना जरूरी होता है.

बच्चे के व्यवहार पर रखें ध्यान

अगर आप अपने बच्चे के डे केयर भेजते हैं तो हमेशा उसके व्यवहार पर जरूर ध्यान रखें. बच्चे के बात करने का तरीका, आदतें सभी चीजों पर निगरानी रखें कि नेगेटिव बदलाव आ रहा है या फिर पॉजिटिव. डे केयर के बाद बच्चे के साथ वक्त बिताएं और जानें कि उसे असहज तो महसूस नहीं होता है.

चेक करें कैमरा है या नहीं

बच्चे की सुरक्षा की बात करें तो यह बहुत जरूरी है कि आप डे केयर में कैमरा की स्थितियों से वाकिफ हो. यह देखना बहुत जरूरी है कि डे केयर में कैमरा सही जगह लगाए गए हैं या फिर नहीं. इससे आप जरूरत पड़ने पर यह देख सकते हैं कि बच्चे को किसी तरह के बुरे अनुभव का सामना तो नहीं करना पड़ रहा है.

टाइमिंग का रखें ध्यान

बच्चे को जब आप डे केयर में भेजते हैं तो टाइमिंग का ध्यान जरूर रखें. बहुत सारे पेरेंट्स शुरुआत में ही अपने बच्चे को पूरे-पूरे दिन के लिए डे केयर में छोड़ देते हैं. इससे बच्चे के मन में पेरेंट्स के प्रति लगाव की भावना कम हो सकती है या फिर वह बहुत ज्यादा डिस्टर्ब हो सकता है. इसलिए एक दिन में 4 से 5 घंटे से ज्यादा के लिए बच्चे को डेय केयर में न छोड़ें. धीरे-धीरे आदत बनने पर आप टाइमिंग बढ़ा सकते हैं.

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