Vastu Tips: घर की इस दिशा में भूलकर भी न करें टीवी , खिंची चली आती है परेशानियां

वास्तु शास्त्र का महत्व हमारे जीवन में काफी ज्यादा बताया गया है. जब आप वास्तु शास्त्र में बताये गए नियमों का पालन सही तरीके से करते हैं तो ऐसे में इसके जो परिणाम होते हैं वे बेहद ही शुभ और समृद्ध होते हैं. वहीं, जब इन नियमों को नजरअंदाज किया जाता है तो इसके परिणाम भी नकारात्मक हो सकते हैं. हमारे इसी वास्तु शास्त्र में घर पर टीवी रखने को लेकर भी कई नियम बताये गए हैं. कहा जाता है जब आप इन नियमों का पालन करते हैं तो आपको एक सुखी और समृद्ध जीवन जीने का मौका मिलता है. वहीं, जब इन नियमों को आप नजरअंदाज करते हैं तो आप पर कई तरह की मुसीबतें भी आ सकती है. आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर आपको घर पर किस दिशा में टीवी रखनी चाहिए और किस दिशा में टीवी रखने से बचना चाहिए. चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
कौन सी दिशा है टीवी देखने के लिए सही
अगर आप एक स्टूडेंट या फिर प्रोफेशनल हैं तो आपके तब दखने के लिए पूर्व दिशा को सबसे ज्यादा सही बताया गया है. जब आप इस दिशा में टीवी देखते हैं तो आपके जीवन में हमेशा ही पॉजिटिव एनर्जी बनी हुई रहती हैआर्थिक रूप से मजबूत बनने के लिए किस दिशा में रखें टीवी
अगर आप आर्थिक रूप से सम्पन्न होना चाहते हैं तो आपको उत्तर दिशा में टीवी को रखना चाहिए. इस दिशा को हमेशा से ही कुबेर जी का दिशा माना गया है. जब आप इस दिशा में टीवी रखते हैं तो समृद्धि खुद आपकी तरफ खिंची चली आती है.
बेडरूम में टीवी रखने का क्या होता है परिणाम
वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आप अपने बेडरूम में टीवी रखते हैं तो इससे कोई बड़ी हानि नहीं होती है. आपको सिर्फ एक सही दिशा का चुनाव करना होगा. अगर आप अपने बिस्तर के सामने टीवी को रखते हैं तो आपको उसे ढककर रखना चाहिए. जब अआप ऐसा करते हैं तो टीवी के स्क्रीन में आपको अपनी परछाई नहीं दिखती है. आपको इस बात का भी ख्याल रखना है कि आप टीवी ज्यादा देर न देखें. ऐसा करना आपकी सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता है.
इस दिशा में भूलकर भी न रखें टीवी
आपको भूलकर भी अपने घर में टीवी को दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए. इस दिशा को हमेशा से ही यमराज की दिशा माना गया है. जब आप इस दिशा में टीवी देखते हैं तो आपके जीवन और घर पर निगेटिव एनर्जी का प्रकोप बढ़ता चला जाता है. इसके अलावा जब आप इस दिशा में टीवी रखते हैं तो परिवार के सदस्यों में भी आपसी समस्याएं बढ़ती चली जाती है.