वास्तु शास्त्र और खाने की दिशा: खाने के लिए कौन सी दिशा फायदेमंद है और कौन सी नुकसानदायक?

Update: 2025-12-14 05:30 GMT

 

वास्तु शास्त्र जीवन को संतुलित और सकारात्मक बनाने के अनेक नियम बताता है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण नियम है कि भोजन किस दिशा में बैठकर करना चाहिए। गलत दिशा में भोजन करने से स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति दोनों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि वास्तु के अनुसार कौन सी दिशाएँ भोजन के लिए शुभ मानी गई हैं और किन दिशाओं से बचना चाहिए।

पूर्व दिशा में भोजन

अच्छी सेहत के लिए भोजन करते समय पूर्व दिशा की तरफ मुख करके बैठना सबसे उत्तम माना गया है। मान्यता है कि इससे पाचन तंत्र मजबूत रहता है और पेट संबंधी रोगों से बचाव होता है।

उत्तर दिशा में भोजन

सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि के लिए उत्तर दिशा की ओर मुख करके भोजन करना शुभ माना गया है। इससे घर में सकारात्मकता बढ़ती है और शरीर भी ऊर्जावान रहता है।

दक्षिण दिशा में भोजन से बचें

वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा को भोजन करने के लिए अशुभ माना गया है। इस दिशा को यमराज की दिशा कहा गया है, इसलिए इस दिशा में भोजन करने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने की आशंका रहती है। ऐसी मान्यता है कि इससे सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है और व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

सार

यदि आप अपनी सेहत, सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक संतुलन को बनाए रखना चाहते हैं तो भोजन करते समय सही दिशा का ध्यान रखना जरूरी है। पूर्व और उत्तर दिशा भोजन के लिए शुभ मानी गई हैं, जबकि दक्षिण दिशा से बचना ही बेहतर है।

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