सरकारी अस्पतालों में प्रबंधन सुधार के लिए देशभर के नामी अस्पतालों का होगा अध्ययन, जयपुर के दुर्लभजी अस्पताल से नवाचार की शुरुआत

Update: 2025-01-08 17:06 GMT

जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रदेशभर में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने की प्रतिबद्धता की दिशा में चिकित्सा शिक्षा विभाग निरंतर नवाचार कर रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशों पर अब प्रदेश के अस्पतालों में बेहतर प्रबंधन के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारी देश के नामी निजी एवं राजकीय अस्पतालों का भ्रमण कर वहां अपनाई जा रही बेस्ट प्रैक्टिसेज, प्रबंधन एवं विशेषज्ञ सुविधाओं का अध्ययन करेंगे। इन बेस्ट प्रैक्टिसेज को प्रदेश के राजकीय अस्पतालों में चरणबद्ध रूप से लागू किया जाएगा।नामी अस्पतालों की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करने की शुरुआत बुधवार को जयपुर के प्रतिष्ठित संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल से की गई। चिकित्सा शिक्षा सचिव के नेतृत्व में चिकित्सा शिक्षा विभाग, एसएमएस मेडिकल कॉलेज एवं आरयूएचएस मेडिकल कॉलेज एवं उनसे सम्बद्ध अस्पतालों के अधिकारियों ने दुर्लभजी अस्पताल में बेस्ट प्रैक्टिसेज और प्रबंधकीय व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।

अधिकारियों के दल ने दुर्लभजी अस्पताल प्रबंधन की ओर से दिए गए विस्तृत प्रजेंटेशन के माध्यम से वहां चिकित्सक एवं रोगी अनुपात, नर्सिंग व्यवस्था, साफ सफाई, क्यू मैनेजमेंट, विशेषज्ञ सेवाएं, अस्पताल स्टाफ और उनके नियोजन, ऑपरेशन थिएटर, ओपीडी, आईपीडी आदि के बारे में जाना। प्रजेंटेशन के दौरान बताया गया कि किस तरह से बेहतर चिकित्सा एवं नर्सिंग सेवाएं देने के लिए अस्पताल में स्टाफ का प्रबंधन किया जा रहा है। आईसीयू एवं वार्ड में पेशेंट फ्रेंडली व्यवस्थाओं के लिए क्या उपाय सुनिश्चित किए गए हैं। अस्पताल में जांच सुविधाओं की स्थिति का भी अधिकारियों ने अध्ययन किया। अधिकारियों के दल ने अस्पताल परिसर में ओपीडी, आईपीडी, इमरजेंसी, जनरल वार्ड, फूड कोर्ट, लैब, बल्ड बैंक आदि स्थानों का अवलोकन कर व्यवस्थाओं को देखा।

Similar News