अवैध खनन पाए जाने पर 15% तक जुर्माना, ड्रोन से कराना होगा सर्व
नई खनन नीति के तहत खनन विभाग ने अवैध खनन रोकने के लिए नई पहल की है। अब मालिक अपनी खान का हर साल ड्रोन सर्वे कराएगा। अवैध खनन मिलने पर 15 फीसदी तक जुर्माना लगेगा। गड़बड़ी जांचने को विभाग भी ड्रोन सर्वे करेगा।
नई खनन नीति में अवैध खनन पर जीरो टॉलरेंस के तहत जियो-फेंसिंग, जीपीएस ट्रैकिंग और आरएफआईडी चेक पोस्ट बनाए हैं। इसके तहत अब हर खान मालिक को सालभर में नियमानुसार किए गए खनन की पूरी जानकारी देनी होगी। अब उनकी खान के आसपास भी कोई अवैध खनन होगा तो उसकी भी जिम्मेदारी उसकी होगी और उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसमें पुरानी खानें भी शामिल होंगी। जिले में 100 से अधिक खाने हैं। खान मालिक को खान की 100 मीटर की परिधि में यह ड्रोन सर्वे करना होगा। इस परिधि में कोई दूसरा अवैध खनन करे तो विभाग को सूचना दे सकेंगे। खान विभाग कुल अवैध खनन पर केवल 15 फीसदी जुर्माना लगाएगा।
तर्क संगत नहीं है: दूसरी ओर क्रेशर व्यवसाय से जुडे लोगों का कहना है कि यह नियम व्यावहारिक नहीं है। इसमंे पुरानी खान वालों का कुछ भी ऑनलाइन नहीं था। अब उसकी कैसे मार्किंग होगी और पुराने अवैध खनन भी उनके जिम्मे आएंगे। इसलिए यह नियम खान मालिकों की समझ से परे है। सबसे ज्यादा दिक्कतें छोटी खान वालों को होगी । इधर इस आदेश से खान मालिक भी सकते में हैं। उनका कहना है कि एक तो यह व्यवहारिक नहीं है और दूसरा अगर कोई उनकी खान के पास अवैध खनन कर गया तो वह भी उनके खाते में जुड़ेगा। इसमें एक बड़ी दिक्कत है कि कोई हमारी खान के पास अवैध खनन करेगा तो वह कैसे रोक पाएंगे। ऐसे में उसका जुर्माना भरना ही हमारे लिए चुनौती होगा। ऐसे तो खाने ही बंद हो जाएंगी।
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