चेतनदासजी महाराज शिष्यों-भक्तों के साथ महाकुंभ के लिए हुए रवाना

Update: 2025-01-10 10:40 GMT

चितौड़गढ़ ! प्रयागराज (उ.प्र.) में बारह वर्ष बाद आयोजित होने वाले महाकुम्भ हेतु सांवलिया धाम आश्रम, मुंगाणा के संस्थापक  चेतनदासजी महाराज ने आज अपने सैंकड़ों शिष्यों-भक्त्तों के साथ शुभ-वेला में प्रस्थान किया । मेला-क्षेत्र में सन्तों और भक्तों की सेवा हेतु प्रायोजित होने वाले 'मीरा मेवाड़ खालसे' का अस्थायी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है । खालसे में विभिन्न प्रकल्पों के संचालन के लिए आवास, भोजन-शाला एवं भव्य पाण्डाल का निर्माण कराया गया है । मध्यप्रदेश के कुशल कारीगरों के दल ने खालसे के अधिकारी महन्त रामसागरदास महाराज (हमीरगढ़) के निर्देशन में रात-दिन काम करके सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली हैं । गंगा-पट्टी में लगने वाले वैरागी-कैम्प में सेक्टर 18 के पुराने जी.टी. रोड़ पर अन्नपूर्णा-मार्ग के मुहाने पर झूंसी गांव की तरफ से मेला-क्षेत्र में प्रवेश करने पर दांयी लाईन के पहले प्लोट में संचालित 'मीरा मेवाड़ खालसा' सन्तों व भक्तों की सेवा के लिए कृत-संकल्प है । मेला-क्षेत्र के विभिन्न अखाड़ों में 'मीरा मेवाड़ खालसे' की भव्यता अपने-आप में विलक्षण प्रतीत हो रही है ।

महाराज के पावन संकल्पों को क्रियान्वित करने के लिए महन्त  रामसागरदासजी, सांवलिया-धाम मुंगाणा के उत्तराधिकारी सन्त श्री अनुजदासजी, सन्त रामपालजी, इन्दरमलजी चौधरी,जगदीश अकोला,शिवनारायण शर्मा,कमलेश खण्डेलवाल, सहित मुंगाणा आश्रम से जुड़े सभी भक्त समर्पित भाव से अपनी सेवाएं दे रहे हैं । चेतनदासजी महाराज हजारों सन्तों के सानिध्य में 12 जनवरी, 2025 को खालसे में ध्वजारोहण के साथ सभी गतिविधियों का शुभारम्भ करेंगे ।उल्लेखनीय है कि मुंगाना के स्थानीय निवासियों ने महाराज का प्रस्थान से पूर्व भव्य अभिनंदन कर बड़ी श्रद्धा के साथ कुंभ हेतु विदा किया मार्ग में आने वाले सभी गांवों कपासन ,निंबाहेड़ा, सिंगपुर नारेला, माताजी की पांडोली, कश्मोर , पावटिया, चित्तौड़गढ़,गोपालनगर ,गोपालपुरा,कोटा वे बारा आदि स्थानों पर महाराज जी का भव्य स्वागत किया गया ।

Similar News