
चित्तौडगढ़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा भारत रत्न संविधान निर्माण कर्ता डॉ.भीमराव अम्बेडकर की 134वीं जयन्ती के अवसर पर डाईट रोड स्थित झांझरिया हनुमान मंदिर चित्तौडगढ पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
नगर संयोजक घनश्याम लोट ने बताया कि कार्यक्रम मे सांसद व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सी0.पी.जोशी , भाजपा जिलाध्यक्ष रतनलाल गाडरी, जिला महामंत्री रघु शर्मा, देवीसिंह राणावत, नगर अध्यक्ष सागर सोनी, बस्सी मंडल अध्यक्ष गोपाल चौबे, कमलेश पुरोहित, हर्षवर्धन सिंह रूद, सी0पी0नामधराणी, गौरव त्यागी, उपस्थित थे। विशिष्ठ अतिथि के तौर पर प्रेमानन्द महाराज कानोड, मोनानन्द महाराज कॉमरेड, रमेशदास महाराज चित्तौडगढ उपस्थित रहे।
इस अवसर पर जिला संयोजक भागीरथ चंदेल, सहसंयोजक पहलवान सालवी, नगर सहसंयोजक संजय लोट, टोनी बैरवा, ने अपने विचार व्यक्त किये। संगोष्ठी का शुभारम्भ डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्जवल के साथ हुआ। इस अवसर पर सांसद जोशी ने बाबा साहब की सामाजिक न्याय, समानता, संविधान निर्माण, व महिलाओं के उत्थान मे दिये गये योगदान को याद किया। जोशी ने इस अवसर पर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दलित , शोषित , वंचित वर्ग के लिए मुद्रा लोन, प्रधानमंत्री आवास योजना, जन-धन खाता योजना, आदि योजना का 75 प्रतिशत लाभ इस वर्ग को मिले ऐसा प्रयास किया।
जोशी ने देश की पूर्व सरकार पर हमला करते हुए बताया कि बाबा साहब को भारत रत्न उनके मरणोपरान्त सन 1990 में दिया गया। जो उनके साथ हुए भेदभाव को दर्शाता है और सासंद जोशी ने बताया कि अटलबिहारी सरकार के समय लोकसभा मे पहली बार बाबा साहब की प्रतिमा स्थापित कर सम्मान दिया गया।
भाजपा जिलाध्यक्ष रतनलाल गाडरी ने बाबा साहब द्वारा किये गये महिलाओं के उत्थान को याद किया व महिलाओं से आव्हान किया कि अधिक से अधिक शिक्षित होकर देश के विकास में अपना योगदान देवे।
नगर अध्यक्ष सागर सोनी ने बताया कि बाबा साहब की नितियों की सराहना की तथा बताया कि आज भारत जो विश्व में अपनी पहचान छोड रहा है, उसमे बाबा साहब के संविधान का बहुत बडा योगदान हैं।
इस अवसर पर भाजपा के लोकेश त्रिपाठी, मनोज पारीक , शान्तनु काबरा, भानुप्रताप, धीरज सुखवाल, अर्जुन जुणवाल, शुभम सुखवाल, आशीष सिगलीकर, मोहितपुरी गोस्वामी, नंदकिशोर लौहार, विदुषी बिल्लू, मंजू पितलिया, इंदिरा सुखवाल, अल्का चतुर्वेदी, प्रेम लोठ, चेतना बैरवा , आशा बैरवा, रामदेव पंवार, भवानीशंकर पंडित, श्याम राठौड, श्याम पंवार, रतन कोदली, राजेन्द्र बैरवा, मुकेश छपरीबन्द आदि उपस्थित थे।