वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जलग्रहण विकास एवं भूसंरक्षण विभाग द्वारा जिले में 10 जून को होंगे ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन
चित्तौड़गढ़, वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जलग्रहण विकास एवं भूसंरक्षण विभाग द्वारा जिले में 10 जून को होंगे ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन
। राजस्थान सरकार के जलग्रहण विकास एवं भूसंरक्षण विभाग द्वारा जल संरक्षण के प्रति जनजागरूकता एवं जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने हेतु वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के अंतर्गत 10 जून 2025 (मंगलवार) को जिले के विभिन्न ब्लॉकों में ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
यह कार्यक्रम प्रातः 8 बजे से प्रारंभ होंगे, जिनमें आमजन, जनप्रतिनिधिगण एवं विभागीय अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
विभाग के अधीक्षण अभियंता बद्रीलाल जाट ने जानकारी दी कि इन कार्यक्रमों में कई गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इनमें श्रमदान एवं जल संरक्षण संकल्प, लाभार्थियों से संवाद एवं सफलता की कहानियों की प्रस्तुति, MJSA 2.1 के अंतर्गत नए जल संरक्षण कार्यों का शुभारंभ एवं पूर्ण कार्यों का अवलोकन, "हरियालो राजस्थान" के तहत चारागाहों में पौधारोपण हेतु पूर्व तैयारी (गड्ढा खुदाई कार्य), CCT व अन्य अग्रिम मृदा संरक्षण गतिविधियाँ, जनजागरूकता रैलियाँ, प्रचार-प्रसार सामग्री की प्रदर्शनी एवं रात्रि चौपालों का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बड़ीसादड़ी की ग्राम पंचायत बान्सी (चारागाह विकास, सोलंकियों का खेड़ा), बेंगु की ग्राम पंचायत राजगढ़ (वृक्षकुंज, देवनारायण मंदिर, मण्डेसरा), भदेसर की ग्राम पंचायत नाहरगढ़ (आंतरी चारागाह विकास), भैंसरोडगढ़ की ग्राम पंचायत लुहारिया (नाड़ी निर्माण कार्य, मनरेगा), भूपालसागर की ग्राम पंचायत कानड़खेड़ा (बावड़ी कार्य, ताणा), चित्तौड़गढ़ की ग्राम पंचायत चिकसी (चारागाह विकास कार्य), डूंगला की ग्राम पंचायत भाटोली गुजरान (डब्ल्यूएचएस रिनोवेशन), कपासन की ग्राम पंचायत उमण्ड (करणीदान एनिकट),
गंगरार की ग्राम पंचायत कांटी (एनिकट कार्य, मोडीराम जी के खेत पास), निम्बाहेड़ा की ग्राम पंचायत मिण्डाणा (चारागाह विकास कार्य) एवं राशमी की ग्राम पंचायत अडाणा (डब्ल्यूएचएस कार्य, सांवलपुरा) में जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर जनजागरूकता कार्यक्रम एवं अटल सेवा केन्द्रों पर संवाद कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
इन सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य जल स्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन के साथ-साथ हरित आवरण को बढ़ावा देना है।
जनभागीदारी से ही जल संरक्षण संभव है। सभी आमजन से अपील की जाती है कि इन आयोजनों में सक्रिय सहभागिता निभाएं और जल व पर्यावरण संरक्षण की दिशा में योगदान दें।