राजसमंद में रिश्वत लेते पकड़ा गया भू अभिलेख निरीक्षक, जांच में सामने आई करोड़ों की संपत्ति

Update: 2025-11-15 17:41 GMT

 


राजसमंद. भू अभिलेख निरीक्षक कमलेश खटीक के खिलाफ की गई कार्रवाई में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को कई चौंकाने वाले तथ्य मिले हैं. सात लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद जब एसीबी टीम ने उसकी संपत्ति और आर्थिक लेनदेन की जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपी के पास दो पेट्रोल पंप हैं. इनमें से एक पुठोल गांव के पास संचालित बताया जा रहा है, जबकि दूसरा पड़ासली गांव के पास निर्माणाधीन है. इसके अलावा उसकी पत्नी के नाम बड़ारड़ा गांव के पास एक क्रेशर प्लांट दर्ज पाया गया. टीम को एक्सिस बैंक में एक लॉकर की जानकारी भी मिली है, जिसे सोमवार को खोला जाएगा.

लंबे समय से सरकारी सेवा में

एसीबी के अनुसार कमलेश खटीक अक्टूबर उन्नीस सौ निन्यानवे से राजकीय सेवा में है और एक दिसंबर दो हजार बाईस से भाणा गांव में भू अभिलेख निरीक्षक के पद पर कार्यरत है. शुक्रवार को एसीबी ने ट्रैप की कार्रवाई करते हुए उसे रिश्वत लेते ही दबोच लिया.

दो घरों पर की तलाशी

एसीबी के एएसपी हिम्मत सिंह चारण ने बताया कि शनिवार को आरोपी के गणेश नगर और जावद स्थित दोनों घरों में तलाशी अभियान चलाया गया. टीम आय से अधिक संपत्ति, निवेश और वित्तीय कारोबार की विस्तृत जांच कर रही है. अधिकारियों के अनुसार शुरुआती जांच से ही करोड़ों की अवैध कमाई का संकेत मिल रहा है.

दस लाख की मांग, सात लाख में सौदा

शिकायतकर्ता ने एसीबी को बताया था कि पैमाइश और नक्शा शुद्धिकरण के काम के बदले आरोपी दस लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था. एएसपी हिम्मत सिंह के नेतृत्व में बनी टीम ने शुक्रवार शाम को उसे सात लाख रुपये लेते ही गिरफ्तार कर लिया. पकड़े जाने के समय उसके पास से सत्तर हजार रुपये के असली नोट और छह लाख तीस हजार रुपये के डमी नोट बरामद हुए.

 

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