जयपुर, : राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पेपरलीक गिरोह के कथित सरगना अमृतलाल मीणा की वाराणसी में संदिग्ध परिस्थितियों में तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, अमृतलाल कुछ दिनों तक वाराणसी के एक अस्पताल में भर्ती थे। परिजन उन्हें इलाज के लिए जयपुर ला रहे थे, लेकिन आगरा पहुंचने पर उनकी मृत्यु हो गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, परिजन रविवार को अमृतलाल का शव लेकर हिंडौन सिटी जिला अस्पताल पहुंचे, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया गया। परिजनों ने वाराणसी में हत्या की आशंका जताते हुए नादौती थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर मौत के सही कारणों का पता लगाया जा रहा है।
अमृतलाल मीणा पर आरोप था कि उन्होंने 30 लाख रुपये में सौदा कर अपने पांच रिश्तेदारों को मुफ्त में परीक्षा का पेपर उपलब्ध कराया था। राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने उन्हें पेपरलीक मामले में मुख्य आरोपी के रूप में चिह्नित किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद से जांच में कई अहम खुलासे हुए थे, जिसमें RPSC की गोपनीय शाखा से पेपर लीक होने की बात सामने आई थी।
इस घटना ने पेपरलीक मामले में नया मोड़ ला दिया है। परिजनों का आरोप है कि अमृतलाल की मौत स्वाभाविक नहीं है, और इसमें साजिश की संभावना हो सकती है। पुलिस ने इस मामले में गहन जांच का आश्वासन दिया है, और वाराणसी व जयपुर पुलिस के बीच समन्वय स्थापित कर तथ्यों की पड़ताल की जा रही है।