राजसमंद। राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में मंगलवार सुबह जिलेभर के समस्त सरकारी कार्यालयों में जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा के निर्देशन में एक घंटे का सफाई श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर अधिकारियों एवं कार्मिकों ने सामूहिक रूप से श्रमदान करते हुए कार्यालयों को स्वच्छ, सुव्यवस्थित एवं कार्य के अनुकूल बनाने की दिशा में सक्रिय भागीदारी निभाई। कार्यक्रम का उद्देश्य स्वच्छता को कार्य संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बनाना तथा सरकारी कार्यालयों में साफ-सुथरा वातावरण सुनिश्चित करना रहा।
श्रमदान कार्यक्रम के दौरान कार्यालयों में वर्षों से लंबित एवं अनुपयोगी पुरानी फाइलों की गहन छंटाई की गई। आवश्यक अभिलेखों को व्यवस्थित रूप से सहेजा गया तथा अनुपयोगी दस्तावेजों को नियमानुसार अलग किया गया, जिससे रिकॉर्ड प्रबंधन को बेहतर बनाया जा सके। इसके साथ ही कार्यालयों में रखी अलमारियों की सफाई कर उन्हें सुव्यवस्थित किया गया। पंखों की धूल हटाकर उनकी सफाई की गई ताकि स्वच्छ एवं स्वास्थ्यकर वातावरण बना रहे।
कार्यालयों में उपयोग होने वाली टेबल, कुर्सियों, कंप्यूटर टेबल एवं अन्य फर्नीचर की भी साफ-सफाई की गई। फर्श, गलियारों, सीढ़ियों तथा प्रवेश द्वारों की सफाई कर कार्यालय परिसरों को स्वच्छ रूप दिया गया। कई कार्यालयों में परिसर के आसपास उगी झाड़ियों की कटाई, कचरे का निस्तारण तथा खुले स्थानों की सफाई भी की गई। इसके साथ ही नालियों की सफाई कर जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त किया गया, जिससे स्वच्छता के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी बचाव हो सके।
श्रमदान के दौरान अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने स्वयं हाथों में झाड़ू, पोछा एवं सफाई उपकरण लेकर अभियान में भाग लिया। इससे स्वच्छता के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी की भावना को बल मिला। कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि स्वच्छ कार्यालय न केवल कार्यक्षमता बढ़ाते हैं, बल्कि आमजन पर भी सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
इस अवसर पर अधिकारियों ने कहा कि स्वच्छता केवल एक दिन का अभियान नहीं, बल्कि निरंतर अपनाई जाने वाली प्रक्रिया है। सभी कार्मिकों से अपील की गई कि वे प्रतिदिन अपने कार्यस्थल को साफ रखने में सहयोग करें और कार्यालय परिसरों में स्वच्छता बनाए रखें। राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित यह श्रमदान कार्यक्रम स्वच्छ, सुव्यवस्थित एवं जवाबदेह प्रशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
