मुंबई की जहांगीर गैलरी में सजेगी उदयपुर के शिल्पकार की कलाकृतियां

Update: 2024-09-21 09:14 GMT

उदयपुर। शहर के ख्यातनाम प्रस्तर शिल्पकार हेमंत जोशी की कलाकृतियां मुंबई की विश्वप्रसिद्ध जहांगीर आर्ट गैलेरी में आगामी 24 सितंबर से प्रदर्शित की जाएंगी। सात दिवसीय इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित होने वाली कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी शहर के सुखेर स्थित शिवम् कलांगन में प्रदर्शित की गई। समारोह में उदयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त राहुल जैन और प्रसिद्ध उद्योगपति, कला-संस्कृति प्रेमी और बॉलीवुड फिल्मों के निर्माता डाॅ. अजय मुर्डिया ने प्रदर्शनी का शुभारंभ किया और केटलाॅग का विमोचन करते हुए शिल्पकार जोशी को शुभकामनाएं दी। इससे पूर्व अतिथियों ने जोशी के कलांगन में प्रदर्शित विभिन्न कलाकृतियों का अवलोकन किया। आरंभ में शिल्पकार हेमंत जोशी ने अपनी कला यात्रा और जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शित होने वाली कलाकृतियों के बारे में जानकारी दी।

कला-साधना से पत्थरों में प्राण फूंकता है कलाकार

इस अवसर पर संबोधित करते हुए यूडीए आयुक्त राहुल जैन ने कहा कि कलाकार अपनी कला साधना से पत्थरों में भी प्राण फूंक कर उन्हें दिव्य आभा प्रदान करता है, ऐसे कलाकारों को हमें प्रोत्साहित करने की जरूरत है। अलग-अलग आकारों के प्रस्तर खंडों में छिपी आकृतियों को तराशने का काम किसी तपस्या से कम नहीं है। उन्होंने शिल्पकार जोशी को उनकी प्रदर्शनी के लिए शुभकामनाएं भी दी और कहा कि उनकी कला का यूडीए भी अपने प्रोजेक्ट में उपयोग करेगा।

कलाकारों की मेहनत ने कला की ओर आकृष्ट किया

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बॉलीवुड फिल्मों के निर्माता डाॅ. अजय मुर्डिया ने कहा कि उन्होंने अपनी शुरुआत चिकित्सा जगत से की और विभिन्न कलाकारों की मेहनत ने उन्हें कला जगत की ओर आकृष्ट किया है। उन्होंने शिल्पकार जोशी की कलाकृतियों के भाव व शिल्प सौंदर्य को अनूठा बताते हुए इसे कला का उन्नत प्रतिमान बताया। उन्होंने कश्ती फाउंडेशन द्वारा कला व कलाकारों के संरक्षण के लिए चलाई जा रही मुहिम के बारे में भी जानकारी दी।

शास्त्रीय गायन की अनूठी भूमिका

इस कार्यक्रम की शुरुआत जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर की संगीत विभागाध्यक्ष व शास्त्रीय गायिका डाॅ. भूमिका द्विवेदी के शास्त्रीय गायन से हुई। उन्होंने राग यमन में कई गीतों की प्रस्तुति देकर मौजूद अतिथियों और दर्शकों का मन मोह लिया।

ये रहे मौजूद

कार्यक्रम दौरान टीआरआई निदेशक ओपी जैन, कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया, नित्या सिंघल, शिक्षाविद् प्रेरणा नौसालिया, वास्तुकार सुनील लड्ढा, साहित्यकार कपिल पालीवाल, रंगकर्मी दीपक दीक्षित, संदीप राठौड़, सुनील भट्ट, सोफिया नलवाया, नीरज जैन, राधिका अग्रवाल, चित्रकार राहुल माली, नीलोफर मुनीर व डाॅ. प्रेषिका द्विवेदी, विपुल वैष्णव, मनीष कोठारी सहित बड़ी संख्या में कला व संस्कृतिप्रेमी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन कहानीवाला रजत ने किया जबकि आभार प्रदर्शन की रस्म सुनील लड्ढा ने अदा की।

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