धर्म के मार्ग पर चलकर मोक्ष मार्ग को आसानी से पाया जा सकता है : बालयोगी मुनि श्रुतधरनंदी

By :  vijay
Update: 2024-10-16 09:17 GMT

उदयपुर,। गोवर्धन विलास हिरण मगरी सेक्टर 14 स्थित गमेर बाग धाम में श्री दिगम्बर जैन दशा नागदा समाज चेरिटेबल ट्रस्ट एवं सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में गणधराचार्य कुंथुसागर गुरुदेव के शिष्य बालयोगी युवा संत मुनि श्रुतधरनंदी महाराज, मुनि उत्कर्ष कीर्ति महाराज, क्षुल्लक सुप्रभात सागर महाराज के सान्निध्य में प्रतिदिन वर्षावास के आयोजन की धूम जारी है।

सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, महामंत्री सुरेश पद्मावत व चातुर्मास समिति के विजयलाल वेलावत व हेमेन्द्र वेलावत ने संयुक्त रूप से बताया कि इस दौरान आयोजित धर्मसभा में बालयोगी युवा संत श्रुतधरनंदी महाराज ने कहा कि अगर तुम्हारी कोई बुराई कर रहा है तो वह तुम्हारी आंखे खोल रहा है आंखे खोल कर देखो झांक कर देखो इससे तुम्हारा जीवन बैहतर बनेगा अपने आप को सुधारो चुगली से प्रभावित होने की जगह चुगली के प्रति सतर्क रहने वाला ज्यादा सुखी रहता है हम लोगो का मुँह बन्द नहीं कर सकते लेकिन अपने व्यवहार और अपने आचरण पर नियंत्रण जरुर रख सकते है। हम ऐसा कोई कर्म ही न करे जिससे लोगो को कहने का मोका मिले और यदि कोई कहें भी तो हमारा कर्म अच्छा है तो हमे उससे प्रभावित होने की जरुरत नहीं है। इस अवसर पर पूज्य मुनि श्री ने अपने उद्बोधन में अपने मनुष्य धर्म के कर्तव्य और श्रेष्ठ श्रावक के दायित्व की पालना करते हुए आगम में बताए गए धर्म के मार्ग पर चलकर मोक्ष मार्ग को अपनाने हेतु मंगल आशीर्वाद प्रदान कर सबके कल्याण की भावना व्यक्त की।

इस अवसर पर अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, विजयलाल वेलावत, पुष्कर जैन भदावत, महावीर देवड़ा, दिनेश वेलावत, कमलेश वेलावत, भंवरलाल गदावत, रविश जैन, सुरेश पद्मावत, देवेन्द्र छाप्या, ऋषभ कुमार जैन, भंवरलाल देवड़ा, मंजु गदावत, लक्ष्मी देवड़ा, सीता देवड़ा, जयश्री देवड़ा, अल्का भदावत, लक्ष्मी सिंघवी, सुशीला वेलावत, बसन्ती वेलावत, भारती वेलावत, शिल्पा वेलावत, अल्पा वेलावत राजेश गदावत, विक्रमदेवड़ा, विजय गदावत, जितेंद्र जोलावत, भूपेन्द्र मुंडफोडा, रितेश बोहरा, नितिन कोठारी, लोकेश जोलावत, जीतेश बोहरा, राकेश पंचोली, कल्पेश मुंडलिया, लोकेश देवड़ा, मुकेश गदावत, जीतेश खलुडिया, दिलीप चावंडिया, विनोद गुनावत, रितेश गुनावत अभिषेक देवड़ा, सतीश जोलावत, सहित सकल जैन समाज के सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।

Similar News