कुराबड़ में ‘पहचान’कार्यक्रम के तहत सेल्फ एस्टीम और बॉडी कांफिडेंस पर प्रशिक्षण
उदयपुर, । राजस्थान आजीविका ग्रामीण परिषद (राजीविका) और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में जारी पहचान’ कार्यक्रम के तहत सोमवार को कुराबड़ ब्लॉक के मीनाक्षी सीएलएफ से जुड़ी 20 ग्राम संगठन सहायिकाओं (वीओए) को सेल्फ एस्टीम और बॉडी कांफिडेंस पर प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य किशोर और किशोरियों में आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास को बढ़ाना है।
यूनिसेफ द्वारा विकसित सामाजिक और व्यवहार परिवर्तन टूलकिट के माध्यम से किशोरों की शारीरिक बनावट, आदर्श रूप, और शरीर के बारे में होने वाली हानिकारक बातचीत पर चर्चा की गई। प्रशिक्षण में पोस्टर, क्यू कार्ड और गतिविधियों के माध्यम से इन मुद्दों पर जानकारी प्रदान की गई।
प्रशिक्षण में बताया गया कि किशोर-किशोरियों के शारीरिक और मानसिक बदलावों के दौरान उन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है। प्रशिक्षण के दौरान, वीओए ने रोल प्ले और ग्रुप एक्टिविटी के माध्यम से बच्चों के गुणों जैसे अच्छे व्यवहार, बड़ों का आदर-सम्मान, और दूसरों की मदद करने पर ध्यान केंद्रित करने की समझ विकसित की। साथ ही यह भी बताया गया कि बच्चों की शारीरिक बनावट, रंग-रूप और वजन पर चर्चा करने से बचना चाहिए।
प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों को एसबीसी टूल किट का एक एक सेट (पोस्टर, क्यू कार्ड ओर गतिविधि) प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण यूनिसेफ वाणी की जिला एसबीसी समन्वयक यशी पालीवाल और राजीविका की ब्लॉक कार्यक्रम मैनेजर ख्याति गुप्ता के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में एसबीसी टीम के सदस्य चंद्रकांता पालीवाल, केसर पालीवाल, लालूराम भील, अरविंद वर्मा और राजीविका के केडर श्रीमती देवू कंवर और श्रीमती शांति मीणा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।