तीन दिवसीय विट्टी इंटरनेशनल स्कूल के 16वें वार्षिकोत्सव का हुआ समापन
उदयपुर । सुखेर स्थित विट्टी इंटरनेशनल स्कूल, उदयपुर में तीन दिवसीय 16वॉं वार्षिकोत्सव का समापन धूमधाम एवं नन्हे-नन्हे बच्चों के रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ। इस अवसर पर कक्षा छठी से लेकर ग्यारहवीं तक के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन किया। विद्यालय की संस्थापिका प्रीति सोगानी ने बताया कि कार्यक्रम का थीम "आगामी पीढ़ी के दूरदर्शी कल कीह्यह्य विरासत का निर्माण" था, जिसमें रचनात्मकता, नवाचार और प्रौद्योगिकी की शक्ति का जश्न मनाया गया। कार्यक्रम में आर्टिफि़शियल इंटेलिजेंस की भूमिका पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कुलदीप शर्मा (अपर जिला न्यायाधीश), डॉ. मुस्कान सिंह (विद्यालय की पूर्व विद्यार्थी), विद्यालय की संस्थापिका प्रीति सोगानी, सी.बी.एस.ई. प्रधानाचार्य बिजो कुरियन, सी.ए. आई. ई. प्रधानाचार्या दीपा चक्रवर्ती, एच. एम. अर्चना पुंडीर, प्रबंधक समन्वयक प्रिया शाह, विट्टी वल्र्ड की सेंटर हेड मेगा पारिख आदि ने णमोकार मंत्र, सरस्वती वंदना व दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। इसके बाद विट्टी बैंड और विट्टी कोरस ने एक मोहक प्रदर्शन किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर विभिन्न शैक्षणिक उपलब्धियों पर छात्रों को प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में साल भर में विद्यालय में होने वाले शैक्षणिक और सह पाठयक्रम गतिविधियों में विभिन्न स्तरों पर आगे आने वाले छात्रों व विद्यालय का आकर्षक प्रतिबिंब अभिभावकों के सामने विट्टी न्यूज़ के रूप में प्रस्तुत किया गया। सीनियर प्रिंसिपल बिजो कुरियन ने एक प्रेरक संबोधन में प्रौद्योगिकी और नवाचार की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, जो एक बेहतर भविष्य को आकार देने में मदद करती है। उन्होंने बताया कि हमारा विद्यालय आगामी पीढ़ी के दूरदर्शी कल की विरासत का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा उद्देश्य छात्रों को ऐसे कौशल और ज्ञान प्रदान करना है जो उन्हें कल की चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा।विभिन्न प्रकार के नृत्य-कार्निवल, विजनरी वॉयेज ऑन एजुकेशन एंड टेक्नो फ्यूचरिज्म, रेट्रो टु मेट्रो, ड्रीमर जरनी, टेक्नो कम्युनिकेशन, टीमवर्क, वुमन एंपावरमेंट, स्पेस डांस, सस्टेनेबिलिटी की भाव विभोर प्रस्तुति ने अभिभावकों का मन मोह लिया।विद्यार्थियों ने नृत्य नाटिका के माध्यम से दर्शकों को प्रगति के साथ-साथ परंपरा को संरक्षित करते हुए भारत की समृद्ध विरासत के महत्व की याद दिलाई। कार्यक्रम के अंत में ग्रांड फिनाले में विट्टी प्रांगण में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं की विचारोत्तेजक प्रस्तुति ने ए. आई, शिक्षा और मानवीय उत्कृष्टता के बीच के संबंधों का अन्वेषण किया, जिसने शिक्षा में प्रौद्योगिकी की क्षमता को प्रदर्शित किया। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।