पहल से बच्चों को मिलेगी दिशा, सही निर्णय में होता है जीवन परिवर्तन का सामर्थ्य :कलक्टर

Update: 2025-09-18 15:19 GMT

राजसमंद, । जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा के नेतृत्व में जिला प्रशासन की पहल 'उमंग' के तहत शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छूते हुए रिमार्केबल एजुकेशन ने राजसमंद में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है।

एक ही दिन में बालकृष्ण विद्या भवन राउमावि कांकरोली में सुबह 7 बजे से सायं 4 बजे तक 864 विद्यार्थियों की वन टू वन करियर काउंसलिंग तथा 2244 विद्यार्थियों के साइकोमेट्रिक टेस्ट आयोजित कर संस्था ने दो रिकॉर्ड बनाए हैं। इस रिकॉर्ड को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स तथा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है।

रिमार्केबल एजुकेशन की फाउंडर एवं सीईओ डॉ. प्राची गौड़ ने बताया कि साइकोमेट्रिक टेस्ट के नतीजों के आधार पर प्रत्येक बच्चे की व्यक्तिगत काउंसलिंग की गई। इस काउंसलिंग में बच्चों के रुचि क्षेत्र, एप्टीट्यूड, क्षमताओं और कमियों पर विस्तार से चर्चा की गई तथा सही करियर चुनने के लिए उन्हें स्पष्ट रोडमैप प्रदान किया गया।

उन्होंने बताया कि प्रत्येक बच्चे को उसकी व्यावहारिक समस्याओं, पसंदीदा क्षेत्र, उस क्षेत्र में सफलता पाने के लिए किन कमियों को दूर करना है और स्वयं में किस प्रकार सकारात्मक बदलाव लाना है—इन सभी पहलुओं पर मार्गदर्शन दिया गया। काउंसलिंग की प्रक्रिया 4डब्ल्यू और 1एच (कौन, क्या, कब, क्यों और कैसे) के सिद्धांत पर आधारित रही।

टेस्ट के दौरान अलग-अलग बच्चों की अलग-अलग खूबियाँ और कमियाँ सामने आईं। इन्हें बच्चों के साथ साझा करते हुए सुधार के उपाय भी सुझाए गए। साथ ही, यह भी समझाया गया कि उन्हें किस करियर में जाना चाहिए, कब तक उस दिशा में कदम बढ़ाना है और आने वाले पाँच वर्षों में कौन-से लक्ष्य तय करने हैं।

डॉ. गौड़ ने बताया कि प्रत्येक बच्चे को उसकी टेस्ट रिपोर्ट सौंपी गई, ताकि वह अपने करियर के लिए ठोस योजना बना सके। अब इन बच्चों को यह स्पष्ट हो गया है कि वे किस क्षेत्र में जाना चाहते हैं, उस क्षेत्र की चुनौतियाँ क्या हैं, उनके लिए क्या सही है और क्या गलत है, तथा उस क्षेत्र में सफलता पाने के लिए कौन-सी स्किल्स आवश्यक हैं। इस अद्वितीय पहल को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है।

यह उपलब्धि मात्र आंकड़ों का रिकॉर्ड नहीं, बल्कि राजसमंद की मिट्टी में पनप रही सामूहिक चेतना, सेवा भावना और शिक्षा के प्रति समर्पण का प्रमाण है। अपस्किलिंग राजसमंद प्रोजेक्ट के अंतर्गत आयोजित इस महा आयोजन को रिमारकेबल की टीम ने एक आंदोलन का रूप दिया, जिसमें प्रत्येक सदस्य ने पूर्ण समर्पण और ऊर्जा के साथ योगदान दिया।

इस अवसर पर काउंसलिंग सत्र बालकृष्ण विद्या भवन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आयोजित किया गया जहां सुबह से लेकर शाम तक 864 छात्र-छात्राओं की टीम के 40 सदस्यों ने काउंसलिंग की। विद्यार्थियों ने बताया कि इस कार्यक्रम से उन्हें अपनी 14 अलग-अलग दक्षताओं एवं क्षमताओं की जानकारी मिली, जिससे आत्मविश्वास और आत्मबल में अभूतपूर्व वृद्धि हुई। विद्यार्थियों ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि अब उन्हें यह विश्वास हो गया है कि सही दिशा में की गई मेहनत से अपने सपनों को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।

उपलब्धि अर्जित करने के पश्चात टीम ने जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा से भेंट की जिस पर कलक्टर ने सभी को बधाई दी। जिला कलक्टर श्री अरुण कुमार हसीजा ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर रिमार्केबल एजुकेशन और शिक्षा विभाग को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि राजसमंद ने पूरे देश के लिए प्रेरणादायक कीर्तिमान स्थापित किया है।

इस प्रकार एक ही दिन में बने दो राष्ट्रीय रिकॉर्ड ने राजसमंद को शिक्षा की नई परिभाषा देने के साथ-साथ यह संदेश भी दिया है कि प्रत्येक बच्चा विशेष है, हर सपना मूल्यवान है और शिक्षा को आंदोलन का रूप देकर ही वास्तविक परिवर्तन संभव है।

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