शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता : प्रभारी मंत्री श्री हेमन्त मीणा
उदयपुर, । जिले के प्रभारी मंत्री एवं राजस्व व उपनिवेशन मंत्री हेमन्त मीणा ने गुरूवार को जिला परिषद सभागार में समीक्षा बैठक ली। लोकसभा सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, जिला प्रमुख ममता कुंवर और उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा की उपस्थिति में हुई बैठक में प्रभारी मंत्री मीणा ने शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी को राज्य सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता बताया और समस्त अधिकारियों को इस पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री बजट घोषणा क्रियान्वयन की प्रगति, वर्षाजनित कारणों से क्षतिग्रस्त विद्यालय भवन, स्वास्थ्य केंद्र भवनों, सड़क, नहर, पुलिया आदि के मरम्मत प्रस्तावों, फसल खराबा आदि की विस्तृत समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने सभी अधिकारियों को बैठक में दिए गए निर्देशों की अक्षरशः पालना करते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
सरकार की मंशा, समय पर हों कार्य : प्रभारी मंत्री
बैठक को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री मीणा ने कहा कि बजट घोषणाओं की क्रियान्विति को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और सरकार की मंशा स्पष्ट है। लोकसभा चुनाव के कारण बजट देरी से आया, ऐसे में समय कम है। विभागीय अधिकारी आपस में समन्वय रखते हुए कार्य करें। सभी कार्य समय पर पूरे होने चाहिए। उन्होंने बजट घोषणाओं को लेकर जमीन आवंटन की स्थिति जानी। कुछ प्रोजेक्ट में जमीन आवंटन प्रस्ताव लंबित होने पर असंतोष व्यक्त करते हुए जिला कलक्टर पोसवाल को स्वयं मॉनिटरिंग करते हुए प्रस्ताव जल्द तैयार करा आवंटन की कार्यवाही कराने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान एडीएम दीपेन्द्र सिंह ने 15 बजट घोषणाओं में से 8 में भूमि आवंटित हो जाने और अन्य में प्रगति के बारे में अवगत कराया।
विभागीय अधिकारियों में हो समन्वय : सांसद
समीक्षा बैठक दौरान सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने शिक्षा और चिकित्सा से संबंधित संस्थानों में अपेक्षित सुधार के लिए प्रभारी मंत्री को सूची सौंपते कार्यवाही प्रस्तावित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि समग्र लोकहित में मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए अधिकारी पूरी संवेदनशीलता के साथ प्रभावी प्रयास करें। उन्होंने बजट घोषणाओं के क्रियान्विति के संबंध में विभिन्न विभागीय अधिकारियों में समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विभागीय अधिकारियों को कम वर्षा के कारण चावल की फसल और अधिक वर्षा के कारण सोयाबीन की फसल में हुए खराबे के कारण बगैर बीमा वाले 85 प्रतिशत किसानों के बारे में सोचने का सुझाव दिया।
स्कूल, अस्पतालों का लिया फीडबैक :
बैठक में प्रभारी मंत्री श्री मीणा व सांसद डॉ रावत ने जिले में वर्षा जनित कारणों से प्रभावित विद्यालयों, अस्पताल भवनों की जानकारी ली। साथ ही संबंधित विभागों को आपदा राहत के तहत विस्तृत मरम्मत प्रस्ताव जल्द से जल्द भिजवाने के लिए पाबंद किया। मीणा ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं। इसमें किसी तरह की कौताही नहीं बरती जाए। उन्होंने बरसात से क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलिया, नहर सहित अन्य संरचनाओं की भी जानकारी लेते हुए जल्द से जल्द प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए।
अधिकारी रखें संवेदनशीलता :
प्रभारी मंत्री मीणा ने कहा कि प्रदेश में बारिश का दौर चल रहा है। बांध-तालाब भर चुके हैं। कई जगह पुलिया-रपट पर पानी चल रहा है। वर्षाजनित कारणों से कोई अप्रिय घटना नहीं हो इसके लिए अधिकारियों को संवेदनशीलता के साथ काम करने की जरूरत है। जहां आवश्यक हो, वहां माकूल बंदोबस्त किए जाएं।
फसल खराबे का हो धरातलीय आंकलन
बैठक में प्रभारी मंत्री हेमन्त मीणा ने बारिश के चलते फसल खराबे की स्थिति की भी समीक्षा की। एडीएम प्रशासन दीपेंद्रसिंह राठौड़ ने अवगत कराया कि राजस्व विभाग की ओर से गिरदावरी चल रही है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। कृषि विभाग के अधिकारियों ने प्रारंभिक तौर पर अलग-अलग ब्लॉक में 2 से 30 प्रतिशत तक के खराबे का आंकलन बताया। प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री किसानों की समस्याओं को लेकर संवेदनशील हैं। उन्होंने जिला कलक्टर को फसल खराबे का धरातलीय आंकलन कराकर रिपोर्ट तैयार करने के लिए निर्देशित किया।
वर्षाजनित समस्याओं की दी जानकारी :
समीक्षा बैठक दौरान उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा के कारण सड़क, पुलियाओं और विद्यालयों के क्षतिग्रस्त हो जाने की स्थिति की जानकारी दी और अधिकारियों को इस बारे में तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को प्रेषित करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार समाजसेवी रविन्द्र माली ने उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन के प्रतिनिधि के तौर पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों किनारे पानी जमा होने की स्थिति के बारे में बताया और इससे सड़क क्षतिग्रस्त होने की संभावनाओं को देखते हुए पानी की निकासी की व्यवस्था करने का आग्रह किया। इस पर कलक्टर पोसवाल ने नगर निगम और यूडीए को अपने-अपने क्षेत्र की सड़कों पर पानी निकासी के लिए टीमों को तैनात करने के निर्देश दिए।
विभागवार की समीक्षा :
बैठक में प्रभारी मंत्री ने बजट घोषणाओं, वर्षाजनित कारणों से क्षतिग्रस्त संरचनाओं आदि को लेकर विभागवार फीडबैक लेते हुए समीक्षा की। प्रारंभ में जिला कलक्टर ने प्रभारी मंत्री तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेमेंद्र नागर ने सांसद डॉ रावत का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल, एडीएम सिटी राजीव द्विवेदी, यूडीए आयुक्त राहुल जैन, जिला परिषद सीईओ हेमेन्द्र नागर, स्मार्टसिटी एसीईओ कृष्णपालसिंह चौहान सहित सभी विभागीय अधिकारीगण, समाजसेवी रविन्द्र माली व चंद्रगुप्तसिंह चौहान आदि उपस्थित रहे।
रोजगार उत्सव को लेकर दिए निर्देश :
बैठक में जिला कलक्टर ने आगामी 17 सितम्बर को नगर निगम स्थित सुखाड़िया रंगमंच सभागार में प्रस्तावित रोजगार उत्सव को लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार के कार्यकाल के दौरान नियुक्त पाने वाले सभी अभ्यर्थियों का सम्मान समारोह आयोजित होना है। इसके लिए कार्मिक विभाग से विभागवार सूचियां जारी की रही हैं। सभी संबंधित विभाग नवनियुक्त अभ्यर्थियों की उपस्थिति कार्यक्रम में सुनिश्चित करेंगे।
शिलान्यास, लोकार्पण की भी मांगी सूचना :
बैठक में जिला कलक्टर ने अवगत कराया कि आगामी दिनों में मुख्यमंत्री महोदय की ओर से प्रदेश भर में वर्चुअली शिलान्यास एवं लोकार्पण किए जाने हैं। उन्होंने सभी विभागों से ऐसे कार्यों की अपडेट सूचना अविलंब उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।